‘द कपिल शर्मा शो’ (The Kapil Sharma) को लेकर महाभारत के दो प्रमुख कलाकारों, गजेंद्र चौहान और मुकेश खन्ना के बीच छिड़ी जुबानी जंग खत्म होती नहीं दिख रही है। अब महाभारत में युधिष्ठिर का किरदार निभाने वाले गजेंद्र चौहान ने भीष्म पितामह का रोल करने वाले मुकेश खन्ना के तमाम आरोपों का सिलसिलेवार तरीके से जवाब दिया है।Jansatta.Com से बातचीत के दौरान चौहान ने कहा कि मुकेश खन्ना मशहूर लोगों पर उंगली उठाकर पब्लिसिटी हासिल करना चाहते हैं।

कपिल शर्मा शो में महाभारत के कलाकारों को बुलाने के सवाल पर गजेंद्र चौहान कहते हैं कि मुकेश खन्ना को शो में बुलाया ही नहीं गया था। वो दावा कर रहे हैं कि गूफी ने मुझसे कहा था कि शो में चलना है। अब यह तो सोनी चैनल डिसाइड करेगा न कि गूफी डिसाइड करेंगे कि किसको चलना है और किसको नहीं। ये तो वही बात हुई कि ‘मान न मान मैं तेरा मेहमान’। जिसके घर में पार्टी है वह तय करेगा कि किसको बुलाना है और किसको नहीं।

इतनी नाराजगी थी तो महाभारत क्यों नहीं छोड़ा?: कपिल के शो को वाहियात बताने वाले बयान पर पलटवार करते हुए गजेंद्र चौहान कहते हैं कि ‘मुकेश खन्ना ने कहा कि कपिल के शो में लड़कों को लड़कियां बनाकर डांस कराया जाता है। महाभारत में भी तो अर्जुन लड़की बनकर नाचे थे। अगर उनको इतनी नाराजगी थी तो महाभारत भी छोड़ देते।

मुकेश खन्ना द्वारा गजेंद्र चौहान पर रवि चोपड़ा की चापलूसी करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि ऐसे आरोप लगाकर उन्होंने उस व्यक्ति का अपमान किया जो अब इस दुनिया में नहीं है। सिर्फ मेरे लिए ही नहीं महाभारत के सभी कलाकारों के लिए वे देवता समान व्यक्ति थे। उनकी सब इज्जत करते थे। मैंने महाभारत के तमाम कलाकारों को चोपड़ा साहब से काम मांगते हुए लाइन में खड़े देखा है। मैं भी उसमें शामिल हूं।

‘वहम में जी रहे मुकेश खन्ना’: गजेंद्र चौहान ने कहा कि मुकेश खन्ना पिछले 32 सालों से इस वहम में जी रहे हैं कि महाभारत में सबसे अच्छा रोल उन्होंने ही किया था। वह इस वहम में जीते रहें। महाभारत का हर पात्र इंपॉर्टेंट था और सब ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, तब जाकर वह सीरियल हिट हुआ था। जहां तक चापलूसी का सवाल है तो चापलूसी और आदर में फर्क होता है। चोपड़ा साहब आज जिंदा होते तो मैं उनके पैर धोकर भी पीने को तैयार हूं।

मुकेश खन्ना के गजेंद्र चौहान को अधर्मराज कहने वाले बयान पर पलटवार करते हुए चौहान ने कहा कि महाभारत में अधर्मी तो वह था जो असत्य की तरफ से लड़ा था। भीष्म पितामह तो सब कुछ जानते हुए भी कौरवों की तरह से लड़े थे। तो असली अधर्मराज कौन हुआ? उन्होंने कहा कि मुकेश खन्ना मशहूर लोगों पर उंगली उठा कर पॉपुलरटी हासिल करना चाहते हैं, इसीलिए यह सब कर रहे हैं।

सीरियल पास कराने की सिफारिश की थी: गजेंद्र चौहान ने दावा किया कि डीडी किसान में उनकी नियुक्ति के बाद खुद मुकेश खन्ना ने दो बार उन्हें फोन किया था और एक सीरियल पास कराने की सिफारिश की थी, जिस पर उन्होंने इंकार करते हुए कहा था कि यहां सारा काम मेरिट से होता है। गजेंद्र चौहान ने कहा कि अगर मुकेश खन्ना के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जाए तो सच्चाई का पता लग जाएगा।

उन्होंने एफटीआईआई में अपनी नियुक्ति के दौरान हुए विवाद को आधार बनाने के सवाल पर कहा कि खुद कैग उनके काम को सराह चुका है। कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि गजेंद्र चौहान के चेयरमैन रहते इंस्टीट्यूट की स्थिति में सुधार हुआ है। ऐसे में वे कुछ भी कहते रहें, उससे फर्क नहीं पड़ता है।

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