लेजेंड एक्टर संजीव कुमार हिंदी सिनेमा के ऐसे पहले एक्टर थे जिन्हें हीरो के रोल में तो पसंद किया ही जाता था, पर उससे भी ज्यादा सफलता उन्हें ‘सफेद बालों’ वाले किरदारों में मिली। फिल्म ‘शोले का ठाकुर’ हो या ‘त्रिशूल का राज कुमार गुप्ता’, संजीव कुमार ने अपने हर किरदार को बहुत ही बेहतरीन अंदाज में निभाया। खास बात ये है कि जब संजीव कुमार अपनी असल उम्र वाले किरदार करते थे या फिल्मों में मेन रोल को पर्दे पर निभाते थे तब उन्हें कम फीस मिला करती थी।

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वहीं सपोर्टिंग रोल के लिए या फिर हीरो के बाप का किरदार निभाने के लिए उन्हें मोटी रकम मिला करती थी। इसके पीछे की वजह संजीव कुमार ने खुद बताई थी। बीआर चोपड़ा की महाभारत में शकुनी का किरदार निभा कर प्रसिद्धी पाने वाले एक्टर गुफी पेंटल ने संजीव कुमार के कुछ किस्से बयां किए थे। गुफी पेंटल ने बताया था कि उनकी संजीव कुमार से काफी नजदीकियां थीं, वे अच्छे दोस्त हुआ करते थे।

उन्होंने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था- ‘संजीव कुमार की एक्टिंग बड़ी मैथड एक्टिंग हुआ करती थी। वह अपनी बातों को इतनी खूबसूरती से बोलते थे, कि मुझे याद है हम एक बार जैसलमेर में शूटिंग कर रहे थे। तो मैंने हरि भाई को पूछा हरि भाई (संजीव कुमार) मैंने सुना है, और मैं हैरान हूं- जब आप हीरो का किरदार निभाते हो तो आपको दो-ढाई लाख रुपए मिलते हैं। और जब आप अमिताभ, अमजद खान, विनोद खन्ना इनके साथ काम करते हो तो लेते हो 12-12, 14 -14 लाख रुपए। साइड में होते हो फिर भी इतने लेते हो।’

गुफी ने आगे बताया, ‘उन्होंने जवाब में कहा- ‘ओ गुफी बात ये है यार, मेरे जैसे को कौन देखना चाहेगा कि मैं लड़की के पीछे, पेड़ के इर्द-गिर्द- घूम रहा हूं? तो उस वक्त मैं अपनी ठरक के लिए ढाई लाख रुपए ले लेता हूं। लेकिन जहां पर एक्टिंग की जरूरत होती है और महारथियों का बाप बनना होता है तो मैं अपनी पूरी प्राइज लेता हूं।’ क्योंकि वहां इतने बड़े एक्टरों का कोई जवाब देने वाला होना चाहिए, तो फिर संजीव कुमार हरि भाई से बढ़कर कोई नहीं था।

उन्होंने संजीव कुमार को लेकर एक और किस्सा शेयर किया था- ‘उनकी पहली फिल्म संघर्ष में जब दिलीप कुमार के साथ उन्होंने काम किया वहीं दिख गया था। शतरंज वाला सीन था, उसमें उन्होंने कमाल कर दिया था। शुरू से ही पता लग गया था कि बाद में ये चीज क्या बनने वाले हैं। वह स्टंट फिल्मों से आए थे। संघर्ष में संजीव भाई ने जब पहला ही शॉट दिया था तो पता लग गया था कि वह अच्छे एक्टर हैं, दिलीप साहब को पता चला कि नया लड़का काम कर रहा है तो उन्होंने पूछा कि एक्टर अच्छा है कि नहीं? तो नवीन साहब ने बोला करके देखो पता लग जाएगा। वाकई में उसके बाद दिलीप साहब खड़े हुए और उन्हें सीने से लगा लिया।’