पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को घेरा है। अपने अनिवार्य सेवानिवृत्ति का जिक्र करते हुए अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से सवाल किया कि क्या 5 साल के दौरान आपको एक भी असल भ्रष्ट आईएएस आईपीएस नहीं मिला?
अपने ट्विटर अकाउंट पर अमिताभ ठाकुर ने लिखा, ‘निगाहों में बेहद चुभने के कारण मैं तो आप लोगों के लिए भ्रष्ट, करप्ट, निकम्मा, निखट्टू, अनुशासनहीन, लापरवाह, कामचोर सब कुछ था। मुझे चलता कर दिया। पर मैं आपसे पूछता हूं योगी जी, क्या 5 साल में आपको एक पर एक भ्रष्ट IAS, IPS में एक भी असल केस नहीं मिला? जबकि लगातार गंभीर आरोप आते रहे।’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘मेरे जबरिया रिटायर पर राज्य सरकार का कोर्ट में जो जवाब मिला, उसका मुख्य मतलब है- जो कर दिया सो कर दिया’ बार-बार सिर्फ यही कहा कि सर्विस रिकॉर्ड देखा व बाहर किया पर एक शब्द भी नहीं बताया कि मेरे सर्विस रिकॉर्ड में दूसरों से अलग ऐसा क्या था जो निकालना जरुरी हो गया? यानी खुली मनमानी…।’
आपको बता दें कि साल 1992 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को इसी साल मार्च में सरकार ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी थी। आम भाषा में से इसे जबरन रिटायरमेंट भी कहते हैं। भारतीय पुलिस सेवा से बाहर निकाले जाने के बाद अमिताभ ठाकुर ने अपने घर के बाहर लगी नेम प्लेट में ‘जबरिया रिटायर आईपीएस’ लिखवा लिया था।
अमिताभ ठाकुर को जिस वक्त सेवा से बाहर किया गया था उस वक्त वे आईजी (रूल्स एंड मैनुएल्स) के पद पर तैनात थे। दूसरे अफसरों की तरह उन्हें फेयरवेल आदि भी नहीं दिया गया था।

