48 वर्षीय अक्षय कुमार बॉलीवुड के सबसे फिट सितारों में से एक हैं। वह अपने बेहद टाइट शेड्यूल, फिटनेस और वर्क आउट के लिए जाने जाते हैं। 32 साल से वर्क आउट करते रहने के बावजूद अक्की का कहना है कि मेरे 4-6 एब्स नहीं है, और ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने कभी भी बॉडी बनाने का कोई शॉर्टकट नहीं अपनाया। वह मानते हैं कि नेचुरल तरीकों से शरीर मजबूत और स्वस्थ्य होता है, और देर तक चलता है। जहां आज कल बॉलीवुड के सितारे 4-6-8 पैक एब्स की दौड़ में दौड़ रहे हैं। अक्षय नेचुरल तरीकों को ही अपनी फिटनेस का फंडा मानते हैं। तो आइए जानते हैं कि क्या है खिलाड़ी कुमार की डेली लाइफ और वह फिट रहने के लिए आखिर क्या करते हैं।

मैं कभी भी स्टेरॉयड, पाउडर या शेक्स नहीं लेता-
अक्षय का मानना है कि आजकल बॉडी बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पाउडर, शेक्स और इनहैंसर्स एक मजाक बन कर रह गए हैं। उन दिनों का क्या हुआ जब सिर्फ दूध, सब्जियां, शलगम और ब्राउन राइस खाकर शाकाहारी लोग शरीर बना लेते थे। इससे मसल्स बनते थे और हमेशा वैसे ही रहते थे। इनहैंसर्स इस्तेमाल करने वाले लोगों के मसल्स उन्हें नहीं लेने पर एक महीने के भीतर मर जाते हैं। अक्षय का मानना है कि हमें अमेरिकी उत्पादों के चक्करों में नहीं फंसना चाहिए।

मैं 6.30 और 7.00 के बाद खाना नहीं खाता-
कोशिश करनी चाहिए हम शाम साड़े 6 या 7 के बाद खाना न खाएं। उन्होंने कहा कि मैं एक पंजाबी हूं औ मुझे मिठाइयां खाना बहुत पसंद हैं, लेकिन शाम के बाद मैं मिठाइयों को हाथ तक नहीं लगाता। यह हमारे शास्त्रों में भी लिखा गया है कि हमें रात के वक्त खाना नहीं खाना चाहिए। इसके पीछे एक वैज्ञानिक तथ्य भी है, हमारे शरीर को खाने को पचाने के लिए 3-4 घंटे लगते हैं। इसलिए अगर हम सोने से पहले खान खाते हैं तो हमारे पेट को छोड़कर हमारा पूरा शरीर सो जाता है। शरीर आराम कर रहा होता है और बेचारा पेट खाने को पचाने के लिए मेहनत कर रहा होता है। और हम सभी जानते हैं कि हमारी आधी से ज्यादा दिक्कतें पेट से ही शुरू होती हैं। यदि 7 बजे के बाद आपको भूख लगती है तो जल्दी पच जाने वाली चीजें जैसे गाजर का सूप, अंडा, ऑमलेट वगैरह खाएं।

शरीर बनाने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है-
32 साल तक कसरत करने के बाद भी मेरे 6 पैक एब्स नहीं हैं। आपको धैर्य रखना पड़ता है, आपको कसरत करनी पड़ती है अपनी मांसपेशियों को बढ़ाने के लिए। और अब लोग अपनी मांसपेशियों को बस 3 महीने में फुला लेना चाहते हैं। बिना हानिकारक तत्वों के यह किया जाना संभव नहीं है। अगल आपकी कलाइयां नहीं भर रही हैं तो इसे समझिए कि यह धीरे, धीरे, धीरे होगा। यह कोई गुब्बारा नहीं है जिसमें आप हवा भर देंगे। उन्होंने बताया कि मैं कभी इन चीजों के चक्करों में नहीं पड़ा क्योंकि मैं जानता हूं कि यह सब नकली है। मैं बस वही खाता हूं जो मेरी मां मुझे देती है।

जिम में बाकी वजन की बजाए खुद के वजन को उठाने की कोशिश करें-
अक्षय ने बताया कि मैं जिम में कभी भी वेट्स का इस्तेमाल नहीं करता। मैं मानता हूं वजन उठाना उतना ठीक नहीं है। मुझे लगता है कि अपना खुद का वजन उठाना एक ज्यादा बेहतर तरीका है। मैं चिन अप्स, झूलना, कूदना, पेड़ों पर चढ़ना जैसी चीजों में यकीन करता हूं जो हम बचपन में किया करते थे। हालांकि जो लोग जिम जाते हैं वे भी गलत नहीं कर रहे, लेकिन पाउडर वगैरह का इस्तेमाल ठीक नहीं है।

मुझे लैब में बनी चीजें पसंद नहीं हैं-
ब्राउन राइस खाइए। यह सेहत के लिए अच्छा है क्योंकि इसमें अच्छा कार्बोहाइड्रेट होता है। वालनट, क्रेनबेरी, बादाम, दूध वगैरह खाइए। प्रोसेस्ड फूड से बचें। मैं भूमि में उगाई गई कोई भी चीज खा सकता हूं।

यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो आप शरीर नहीं बना सकते
यदि आप धूम्रपान करते हैं तो आपके फेंफड़ो को नुकसान होगा। आपको कसरत के दौरान किस चीज की विशेष तौर पर जरूरत होती है। आपका स्टैमिना। और स्मोक करने वालों के पास स्टैमिना नहीं होता क्योंकि वे अपने फेंफड़ों को हमेशा के लिए ध्वस्त कर लेते हैं। मैं स्तब्ध रह जाता हूं जब बॉडीबिल्डर्स को स्मोक करते देखता हूं। इससे पता चलता है कि कैसे उन्होंने शॉर्ट कट लेकर शरीर बनाया है।
(खबर अंग्रेजी साइट टीओआई की एक रिपोर्ट के आधार पर है)
