फिल्ममेकर अशोक पंडित (Ashoke Pandit) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। अशोक बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। इस बार अशोक पंडित ने संबित पात्रा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निशाना साधा है। अशोक पंडित ने ट्वीट कर लिखा, ‘वो पीती थी , पीती हैं , या पीती रहें ! हमें इससे क्या ! किसी को क्यों इस पर एतराज होगा ! इन मोहातरमा का चीन से हफ़्ता लेने से हमें ऐतराज़ है।’
अशोक पंडित ने आगे लिखा, ‘अब तक एक बार इनके परिवार ने चीन का खंडन नहीं किया है ! हमें इस बात पर ऐतराज़ है। बाक़ी निम्बू पानी पिये या शराब वो उनकी मर्ज़ी है।’ इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ‘कब से “चीयर्स” एक आपत्तिजनक शब्द बन गया है? ये तो अपना सारा जीवन पीना जारी रख सकती है वह शराब पीना पसंद करें या कुछ और कोई ये उनकी मर्जी इससे मुझ कोई लेना देना नही है।’
वो पीती थी , पीती हैं , या पीती रहें ! हमें इससे क्या !
किसी को क्यों इस पर एतराज होगा !
इन मोहातरमा का चीन से हफ़्ता लेने से हमें ऐतराज़ है !
अब तक एक बार इनके परिवार ने चीन का खंडन नहीं किया है !
हमें इस बात पर ऐतराज़ है !
बाक़ी निम्बू पानी पिये या शराब वो उनकी मर्ज़ी है ! https://t.co/YcTnDtWmHD— Ashoke Pandit (@ashokepandit) June 27, 2020
अशोक पंडित के इस ट्वीट पर यूजर्स प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘इटली के संस्कार हैं।’ एक दूसरे यूजर ने लिखा, ‘कहां इन्हें पीएम केयर्स फंड का हिसाब चाहिए था, कहां राजीव गांधी फांउडेशन का हिसाब देने की नौबत आ गई।
कहाँ इन्हे पीएम केयर्स फंड का हिसाब चाहिए था , कहाँ राजीव गांधी फांउडेशन का हिसाब देने की नौबत आ गई।
— Pranav Chakrabortye (@PChakrabortye) June 27, 2020
एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘भारत में नन्हे बच्चों की कविता चंदा मामा सो गए सुरज चाचू जागे और ५० साल के कॉन्ग्रेसी बालक की कविता चीनी मामा आ गए चंदा देने तुमको।’ बता दें कि इससे पहले अशोक पंडित का एक ट्वीट काफी वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने नक्सलवाद के लिए नेहरू परिवार को जिम्मेदार ठहराया था।
अशोक पंडित ने लिखा था कि, ‘भक्त अंधे हैं, ठीक है। मगर नेहरू खानदान की चप्पल चाटने वालों जरा आजादी की ‘किताब के पन्ने पलटकर देखो, पता चलेगा वो खानदान कितनी शरीफ है। साथ साथ में माननीय आंबेडकर जी की लिखी हुई किताबें भी पढ़ो । तब सर पिटोगे।’