बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहते हैं। वह हर मुद्दे पर अपनी राय सोशल मीडिया के माध्यम से प्रकट करते हैं। अब फिल्ममेकर अशोक पंडित ने बाबर रोड़ सहित मुस्लिम शासकों के नाम की सड़कों पर निशाना साधा है।
अशोक पंडित ने ट्वीट करते हुए लिखा है,’बंगाली मार्केट दिल्ली में चाय पीते हुए मेरी नज़र इस साइनबॉर्ड पर पड़ी ! बहुत तकलीफ़ होती है जब हम इन लूटेरों के नाम अब भी देखते हैं ! एक क़ानून के अनुसार इन कातिलों के नामों निशान मिटा देना चाहिए!’ अशोक पंडित के इस ट्वीट पर यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रहे हैं।
राकेश तोमर नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’बाबर रोड,शाहजहां रोड, हुमायूं रोड, लोदी रोड, हुमायूं मक़बरा, हुमायूं क़िला, लोदी इस्टेट,लोदी गार्डन,सराय काले खां आदि क्या-क्या बदलेंगे। जब यही होना था तो 1947 में बंटवारे की क्या ज़रूरत थी। जिन्ना को ही प्रधानमंत्री बना देते।’ वरुण सिंह नेगी,’आजादी के साथ 60-70 साल बाद तक भी भारत पर कातिलों द्वारा राज किया गया। इसलिए थोड़ा समय तो लगेगा पर जल्दी ही हो जाएगा।’ अजय सिंह बब्लू नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’इसी समस्या को लेकर देश का बंटवारा स्वीकारी कांग्रेस,पर समाधान की जगह इसको पोषित करती रही ?’
बंगाली मार्केट दिल्ली में चाय पीते हुए मेरी नज़र इस साइन्बॉर्ड पर पड़ी !
बहुत तकलीफ़ होती है जब हम इन लूटेरों के नाम अब भी देखते हैं !
एक क़ानून के अनुसार इन क़ातिलों के नामों निशान मिटा देना चाहिए ! pic.twitter.com/fszrTb3jDd— Ashoke Pandit (@ashokepandit) December 27, 2020
कृष्णा कुमार नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’मातृभाषा में शिक्षा भारतीय शिक्षा प्रणाली में ये परिवर्तन भी आवश्यक हैं। अंग्रेजों और मुगलों के नाम पर सड़कों के नाम विद्यालयों को हटाकर हमें एक नया परिवर्तन करना होगा।’ रजनीश कश्यप नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’वो इतिहास का हिस्सा हैं चाहे हम उन्हें पसंद करें या ना। पूरे देश में नई सड़के बन रही है, हिंदू नेताओं के नाम सजेस्ट कीजिए।’ गोपाल नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’दिल्ली से एक बार आप को हटा दो और कमल खिला दो बाकी सब अपने आप हो जाएगा।’
बंटी नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’पंडितजी, देर किस बात की है ? सरकार आपकी है हटवाते क्यों नहीं इन लोगों के नाम या मोदी के सामने बोलने की हिम्मत नहीं। या फिर कालिख लेकर लग जाओ नाम बदलने। वैसे मोदी जी तो गुपकार गैंग वालों के लिए कश्मीर में जमीन तैयार कर रहे हैं, उनसे ज्यादा उम्मीद बेमानी होगी।’