संसद का मानसून सत्र समाप्त हो गया है। लेकिन संसद के मानसून सत्र के दौरान का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें राज्यसभा के अंदर मेज पर चढ़ कर एक कांग्रेस नेता जोर-जोर से नारे देते दिखाई देते हैं, इतना ही नहीं नेता इस दौरान चीजें इधर-उधर भी फेकते नजर आते हैं। इस वीडियो को शेयर करते हुए फिल्म मेकर अशोक पंडित ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधा। कांग्रेस नेताओं पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा- ‘शुक्र है देश की बाग डोर इन लुटेरों के हाथ नहीं’।

अशोक पंडित ने ट्विटर पर राज्यसभा में हुए इस हंगामें का वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- ‘राज पाठ छिन जाने के बाद यह सारे के सारे बौरा गए हैं! ईश्वर का लाख-लाख शुक्र है कि देश की बाग डोर इन लूटेरों के हाथों में नहीं है!’ बता दें, सदन में हंगामा कर रहे ये कांग्रेस के नेता हैं प्रताप सिंह बाजवा। दरअसल, मंगलवार को राज्यसभा में कृषि कानून का विरोध कर रहे विपक्ष दल कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आमआदमी पार्टी के सांसदों ने मिलकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में महज 28 फीसदी कामकाज हुआ है। इस बीच कुल 19 विधेयक राज्यसभा से पास किए गए हैं। क्योंकि ज्यादा समय ऐसे ही खराब किया गया है। संसद की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे की वजह से स्थगित रही।

अशोक पंडित के इस वीडियो पर ढेरों लोगों के रिएक्शन भी आने शुरू हो गए। धर्मेंद्र खामेले नाम के एक यूजर ने कहा- ‘हमको लुटेरे चलेंगे, क्योंकि लुटेरों की सरकार हमें 110 वाला पेट्रोल 55 में और 900 वाला गैस सिलेंडर 350 में दें रही थी। तो अब की बार ” चंदा-चोरों से सावधान ” फ़िर से चाहिए ” लुटेरों की सरकार ” समझे?’

दानव नाम के एक यूजर ने लिखा- ‘पंडित जी जो पार्टी अपने सैनिकों से सबूत मांगे, जिसने ज़िन्दगी भर तुष्टिकरण की घटिया राजनीति की उससे आप शर्म की उम्मीद रखते हैं। ये देश मे आग लगा सकते हैं।’

कपिल देव नाम के यूजर बोले- ‘8₹/लीटर पेट्रोल बेचने वाले लुटेरे हैं! फिर 100₹/लीटर बेचने वाले क्या हुए? महालुटेरे? गणित में शुरू से लबार हो या 2014 के बाद हुए हो?’ एक यूजर ने लिखा- ‘लोकतंत्र का यह एक कडवाहट भरा सच है, जनता को ऐसे गधों और जोकरों को भी नेता के रूप में देखना पडता है। इनसे देश को कोई लाभ नहीं। ये सिर्फ उपद्रव मचाने का काम करते हैं। और 303 सीट जितनेवाले लाचार नजर आते हैं। ना डंडा दिखाते ना हिम्मत, सिर्फ कड़ी निंदा करते हैं।’