दीप्ति नवल और फारूक शेख की जोड़ी ने हिंदी सिनेमा में खास मुकाम हासिल किया। 80 के दशक में दोनों की जोड़ी सबसे फेमस ऑनस्क्रीन जोड़ियों में से एक थी। दोनों ने साथ ‘चश्मे बद्दूर’, ‘साथ-साथ’, ‘कथा’ और ‘फासले’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। दोनों असल जिंदगी में भी काफी अच्छे दोस्त थे। हालांकि वक्त ने ऐसा करवट लिया कि 80 के दशक के बाद स्क्रीन पर साथ आने में दोनों को करीब 30 साल लग गए। साल 2011 में आई फिल्म ‘टेल मी ओ खुदा’ में दीप्ति नवल और फारूक शेख ने साथ काम किया था।

दीप्ति नवल ने साल 2019 में News18 को दिये एक इंटरव्यू में बताया था ‘फारूक एक शानदार अभिनेता थे। हमने साथ में जितनी भी फिल्में की, वो बीच की फिल्में थीं। जो न तो बहुत कलात्मक और न ही बहुत व्यावसायिक फिल्में थीं। लेकिन हां वो मनोरंजक जरूर थीं। उस समय फिल्मों में युवाओं को बेहद खूबसूरती से परिभाषित किया गया था। उनमें सहजता, मासूमियत और सादगी थी।

अभिनेत्री ने बताया था कि किस तरह से फारूक शेख ने उन्हें लगातार फिल्मों में काम करते रहने के लिए प्रेरित किया था। उन्होंने कहा था ‘वो मुझसे कहता था, तुम्हें और काम करना चाहिए, तुम बहुत आलसी हो’।

बता दें, दीप्ति नवल और फारूक शेख पहली बार 1981 में आई फिल्म ‘चश्मे बद्दूर’ में साथ नजर आए थे। इस फिल्म में नवल ने एक गर्ल-नेक्स्ट-डोर की भूमिका निभाई, जिसे आज ‘चमको’ वाशिंग पाउडर की सेल्सगर्ल के रूप में जाना जाता है। वहीं शेख ने दिल्ली विश्वविद्यालय के एक छात्र की रोमांटिक भूमिका निभाई थी।

‘चश्मे बद्दूर’ व्यावसायिक फिल्म नहीं थी। इसके बावजूद इसने ‘क्रांति’, ‘लावारिस’, ‘लव स्टोरी’, ‘याराना’, ‘रॉकी’ और ‘एक दूजे के लिए’ जैसी बड़ी फिल्मों की भीड़ में अपनी खास जगह बना ली थी। वो इसलिए क्योंकि ‘चश्मे बद्दूर’ सरल कहानी, आकर्षक दृष्टिकोण के साथ बनाई गई थी।

इसके बाद उन्हें फिल्म ‘साथ साथ’ में रोमांस करते हुए देखा गाया था। इस फिल्म में दीप्ति नवल और फारूक शेख ने मध्यवर्गीय जोड़ों का प्रतिनिधित्व किया था, जो अपने आदर्शवादी तरीकों से अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष करते हैं।

अभिनेत्री ने आगे कहा था कि ‘हमारी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री हमारे द्वारा निभाई गई भूमिकाओं और हमारे पास आई स्क्रिप्ट से बहुत अच्छी थी। हम बहुत ही भरोसेमंद और प्राकृतिक अभिनेता थे। हम सब जमीन से जुड़े लोग थे’।

उन्होंने ये भी बताया था कि ‘कैमरे के बाहर भी हमारे बीच एक गहरी दोस्ती थी, जो कभी भी किसी भी तरह के रोमांटिक रिश्ते से अधिक थी। दीप्ति ने कहा था ‘मैं कभी किसी के साथ मज़ाक नहीं किया करती थी। वहीं फारूक को मेरे विपरीत सबको हंसाने की आदत थी।

बता दें, आज यानी 3 फरवरी को दीप्ति नवल का जन्मदिन है। वह अपना 69वां जन्मदिन मना रही हैं। दीप्ति नवल एक अभिनेत्री होने साथ-साथ गीतकार, चित्रकार और फोटोग्राफर भी हैं। वह अक्सर अपनी पेंटिंग्स को भी प्रदर्शित करती नजर आती हैं।