Monsoon Session Of Parliament: कृषि कानूनों पर हंगामे के बीच वृहस्पतिवार को लोकसभा की कार्यवाही 3 बार स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस नेताओं ने संसद परिसर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कृषि कानूनों के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी जिसके बाद राहुल गांधी भी उस प्रदर्शन का हिस्सा बन गए। वहीं दूसरी तरफ, किसान दिल्ली के जंतर मंतर पर अपना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच बीजेपी की केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने किसानों के लिए अपशब्द का प्रयोग करते हुए उन्हें ‘मवाली’ कह दिया जिसके बाद अब इस पर विवाद खड़ा हो गया है।

उनके बयान पर सफाई देते हुए बीजेपी के राज्यसभा सांसद जफर इस्लाम ने कहा कि जो विपक्षी दल मीनाक्षी लेखी की आलोचना कर रहे हैं क्या वो उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने 26 जनवरी के दिन हिंसा की थी। उन्होंने कहा कि मीनाक्षी लेखी के बयान का परिपेक्ष्य लोग गलत समझ रहे हैं।

इंडिया टीवी के डिबेट शो, ‘मुकाबला’ में बीजेपी सांसद ने कहा, ‘मीनाक्षी लेखी जी ने किस परिपेक्ष्य में ये बात कही, अगर ये समझने में प्रेस को या आपको परेशानी हुई हो तो मैं ये बता दूं और आपसे अनुरोध करता हूं कि चैनल पर बैठे लोगों से मेरी तरफ से सवाल जरूर कीजिएगा..मीनाक्षी जी ने सिर्फ इतना कहा कि जो लोग 26 जनवरी को लाल किले पर चढ़े, जिस तरह से उन्होंने उपद्रव किया और पुलिस वालों को मारा, वैसे में किसान नेता भी कहने लगे थे कि ये हमारे लोग नहीं हैं।’

 

 

उन्होंने आगे कहा, ‘किसान कह रहे थे कि ये हमारे लोग नहीं हैं, किसान ऐसा नहीं कर सकते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि जो लोग यहां बैठे हैं, वो कह दें कि जो लोग 26 जनवरी को हिंसा कर रहे थे, उनकी पार्टी उनके साथ खड़ी है।’

 

डिबेट में शामिल किसान नेता दर्शनपाल ने बीजेपी सांसद पर निशाना साधते हुए कहा, ‘बीजेपी और एनडीए की सरकार जिस तरह से किसानों के साथ बर्ताव कर रही है..और उनको मवाली कहा जा रहा? उनको जानवरों की तरह ट्रीट कर रही है सरकार। ये तो इंसान ही नहीं समझ रहे। शर्म आनी चाहिए, देश के संसद के लोग ऐसा बोलते हैं।’