कृषि कानूनों के विरोध में चल रहा किसान आंदोलन करीब 378 दिनों बाद खत्म हो गया। किसान संगठनों ने आंदोलन को खत्म करने की घोषणा की व बॉर्डर से अपने टेंट हटाने भी शुरू कर दिये। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को किसान संगठनों ने स्वीकार कर लिया है। ऐसे में 11 दिसंबर से किसानों की वापसी होनी शुरू हो जाएगी। इस मामले पर किसान नेता राकेश टिकैत का भी बयान आया है। उनका कहना है कि वह यहां से तीन चीजें इकट्ठी करके जाएंगे।
भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के खत्म होने पर बात करते हुए प्रेस का भी धन्यवाद किया। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “सभी प्रेस का धन्यवाद। एक साल तक, जो आप प्रेस के लोग खबरें दिखाते रहे, आप सभी का धन्यवाद। यहां से हम दो से तीन चीजों को इकट्ठी करके ही वापस जाएंगे।”
किसान नेता राकेश टिकैत ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “पहली बात तो यह है कि संयुक्त मोर्चा था, है और रहेगा। यह एक बड़ी चीज है देश के लिए और हमेशा जब भी संयुक्त मोर्चा के लोग देश में कहीं भी जाएंगे, उन्हें उसी सम्मान की नजर से देखा जाएगा। क्योंकि संयुक्त मोर्चा इकट्ठा ही यहां से जा रहा है, यह एक बड़ी चीज है।”
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “11 तारीख से दिल्ली के बॉर्डर खाली होने शुरू हो जाएंगे और उन्हें दो दिन लगे, तीन दिन लगे या चार दिन लगे। आज से भी लोगों ने उसकी पैकिंग करनी शुरू कर दी है।” किसान नेता राकेश टिकैत ने अपने बयान में जनरल बिपिन रावत के साथ हुए हादसे का भी जिक्र किया।
राकेश टिकैत ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “कल देश में दुखद घटना हुई और हम उस दुख की घड़ी में देश के साथ हैं। जो हमारे किसान शहीद हुए, जो जवान शहीद हुए हैं, हम उनके साथ हैं। परसों यानी 11 तारीख से इस विजय के साथ हम अपने-अपने गांव जाना शुरू कर देंगे।” बता दें कि सरकार की ओर से किसान नेताओं को एक प्रस्ताव भेजा गया था, जिसपर उन्होंने सहमति जताई थी। प्रस्ताव में एमएसपी को लेकर कमेटी बनाने का आश्वासन दिया गया था।