प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद तीनों कृषि कानून रद्द हो गए हैं और किसानों की घर वापसी भी हो चुकी है। बीती रात किसान नेता राकेश टिकैत भी अपने गांव सिसौली पहुंचे थे। यहां उनका भव्य स्वागत किया गया था। यहां उन्होंने स्वागत के लिए अलग-अलग जगहों पर स्वागत मंच लगाए गए थे। यही वजह है कि वह अपने घर पहुंचने में काफी लेट भी हो गए थे। इस बीच उन्होंने ‘एनडीटीवी’ से बात की और कई मुद्दों पर अपना जवाब भी दिया।
राकेश टिकैत से सवाल पूछा गया था, ‘आपकी लोकप्रियता का बहुत सारी राजनीतिक पार्टियां फायदा उठाना चाहेंगी चुनाव में। अभी देखा कि आपके पोस्टर भी बहुत सारे पोस्टर लगाए जा रहे हैं।’ उन्होंने कहा था, ‘हमारे पोस्टर क्यों लगाए जा रहे हैं। हमारे पोस्टर लगाने से कोई फायदा तो होने वाला है नहीं।’ उनसे अगला सवाल पूछा गया था, ‘आप किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। इसलिए सियासी फायदा उठाने के लिए ही आपके पोस्टर लगा दिए गए होंगे।’
राकेश टिकैत ने इसका जवाब देते हुए कहा था, ‘हमें इसकी जानकारी नहीं है। अगर हमें इस बारे में कोई जानकारी मिलती है तो हम उन्हें जरूर मना करेंगे। हम कभी किसी सियासी मंच पर वोट मांगने के लिए नहीं जाएंगे और न ही चुनाव लड़ेंगे। ये बात बार-बार हमसे पूछी जा रही है, लेकिन हमारा जवाब हमेशा एक ही रहेगा। हम लोगों की मांगें मान ली गई हैं, लेकिन अभी भी हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है, ये सिर्फ स्थगित हुआ है। क्योंकि आंदोलन कभी खत्म नहीं होते हैं। अगर दोबारा जरूरत पड़ेगी तो हम सड़कों पर ही मिलेंगे।’
गाजीपुर बॉर्डर से रवाना होते समय जब राकेश टिकैत से आंदोलन के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा था, ‘ये आंदोलन हमारे लिए याद बन गया है। हमें यहां से गुजरने वाले पक्षी और लोग सभी याद आएंगे। हम लोगों का जो उद्देश्य था, उसे सरकार ने मान लिया है। फिलहाल हम लोग यहां से जा रहे हैं। जिस झोपड़ी में मैं रहता था उसे भी हम ऐसे ही उठाकर वापस ले जाएंगे। क्योंकि इससे हमारी बहुत सारी यादें जुड़ी हुई हैं। आगे की रणनीति गांव जाकर ही तैयार की जाएगी, लेकिन हम अलग-अलग राज्यों में किसानों की लड़ाई लड़ेंगे।’