बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सियासी घमासान मच गया है। पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। उधर, अरब मुल्कों में भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ी है। पार्टी से निकाले जाने के बीच नुपुर शर्मा ने अपने बयान पर माफी भी मांगी और कहा है कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावना को चोट पहुंचाना नहीं था।

इसी बीच एक्टर फरहान अख़्तर ने नुपुर शर्मा की माफी पर तंज कसा है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘जबरन मांगी गई माफी दिल से नहीं होती…’। उनके इस ट्वीट पर तमाम यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रिया देने लगे। कुछ यूजर्स ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ के समर्थन में किया उनका पुराना ट्वीट दिखाकर सवाल करने लगे।

हर्ष वर्धन त्रिपाठी लिखते हैं, ‘अच्छा माफी से मन नहीं भरा तो क्या मारकर मनोगे।’ पुनीत नाम के यूजर लिखते हैं, ‘आप धर्म को बिना भेदभाव के दिखाने की कितनी भी कोशिश कर लो,आप दिल से इस्लामवादी हैं। और जल्द ही आपका असली चेहरा अपने आप सामने आ जाएगा।’ डॉक्टर लिखते हैं, ‘मैंने सोचा था कि आप नास्तिक, उदारवादी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के समर्थक थे लेकिन, आप जानते हैं कि आप क्या कर रहे हैं? आप (जानबूझकर/अनजाने में) बायोथर्स्टी प्रकारों के लिए कुत्ते की सीटी बजा रहे हैं कि यह माफी किसी को दोषमुक्त नहीं करती है और ज्यादा की आवश्यकता है।’

फ्रोंसिको लिखते हैं, ‘क्या आप सभी हिंसा, नरसंहार, जबरन धर्म परिवर्तन, बलात्कार, दासता, मंदिरों को तोड़ने के लिए जो मुसलमानों ने हिंदुओं के साथ किया? सभी के लिए मांफी मांगोगे।’ तुषार लिखते हैं, ‘अब क्या गला काट कर मानोगे उनका।’ ताजिंदर लिखते हैं, ‘अब क्या शरियत के हिसाब से सजा देगें?’ केजीसी लिखते हैं, ‘कश्मीरी पंडितों पर कुछ क्यों नहीं?’ आशीष लिखते हैं, ‘याद कीजिए जब आपको कश्मीर के बिना भारत का नक्शा पोस्ट करने के लिए माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा था। जो आपके दिल में है उसे स्वीकार करने के लिए धन्यवाद।’

आपको बता दें नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित बयानों के लिए रविवार को राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया है, जबकि दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया।