बॉलीवुड के बेहतरीन दिवंगत एक्टर दिलीप कुमार ने फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया। आज भी लोग उनकी कला के दीवाने हैं। वो बॉलीवुड के पहले खान थे, जिन्होंने दर्शकों के मन में अपनी छाप छोड़ी। लेकिन कम ही लोग ये जानते हैं कि वो खाने के बड़े शौकीन थे। दिलीप कुमार को पानी पूरी बेहद पसंद था।

7 जुलाई को दिलीप कुमार की पहली पुण्यतिथि पर फैसल फारूकी ने एक किताब लॉन्च की है, जिसका टाइटल है ‘दिलीप कुमार: इन द शैडो ऑफ ए लीजेंड’। बता दें कि फैसल फारूकी दिलीप कुमार के स्पोकपर्सन थे और उनकी सेहत से जुड़ी जानकारी भी वही मीडिया को दिया करते थे। इस किताब में फैसल फारूकी ने दिलीप साहब से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया है। जैसे कि किताबों के लिए उनका प्रेम,साहित्य और कविता के लिए उनका प्यार, वे भारत के राष्ट्रपति बनने के करीब कैसे आए, खाने के लिए उनका प्यार और बहुत कुछ।

फैसल फारूकी ने एक किस्सा साझा किया, ”साहब और मैं कई बार ड्राइव पर जाते थे और लोकर स्ट्रीट फूड जैसे मिठाई या चटपटी पानी पूरी का लुत्फ उठाते थे। वो मुझे अपनी मरून मर्सडीज में पिक करते थे और हम कराची मिठाई जाया करते थे, जो बांद्रा के हिल रोड पर स्थित है। हम जाते थे और दुकान के पास गाड़ी लगा देते थे। दुकानदार गाड़ी देखते ही अपनी दुकान के सबसे अच्छे कर्मचारी के हाथ पानी पूरी भेजा करता था। साहब कभी अपनी कार से नहीं निकलते थे। वो जानते थे कि अगल वो निकले तो उनके फैंस की भीड़ लग जाएगी।

साल 2004 में गर्मियों की एक खूबसूरत शाम को साहब ने कहा कि चलो समुद्र के पास चलकर पानी पूरी खाते हैं। हम गए लेकिन वहां भीड़ लग गई, जिसपर साहब ने कहा देखो ये मेरा दोस्त है और इसे भूख लगी है, प्लीज हमें खाने दो। ये सुनकर लोगों ने उनकी बात का सम्मान किया और हमें चैन से खाने दिया। हमने दो प्लेट पानी पूरी मंगाई और खाने के बाद साहब ने बिल मांगा।

पानी पूरी का बिल देख घबरा गए थे दिलीप साहब: फारूकी ने कहा,” दुकान वाले ने कहा कि आप यहां आए ये हमारा सोभाग्य है, लेकिन दिलीप साहब मानने वाले नहीं थे इसलिए मैंने मैनेजर से कहा कि बिल दे दो। लेकिन जब बिल आया और मैं देने लगा तो दिलीप साहब ने कहा कि मैं बड़ा हूं बिल मैं दूंगा। जैसे ही दिलीप साहब ने बिल देखा वो हैरान रह गए। एक प्लेट पानी पूरी का बिल 250 रुपये था। ये देख साहब ने मेरी तरफ देखा और कहा पानी पूरी की कीमत 500 रुपये?”

इस मजेदार किस्से के अलावा फारूकी की किताब में और भी कई दिलचस्प बातों का जिक्र है, जिनसे दिलीप कुमार के बारे में और भी बहुत कुछ जानने का मौका मिलेगा। दिलीप कुमाल साल 2021 में 7 जुलाई को दुनिया को अलविदा कह गए थे। लंबी बीमारी के बाद 98 की उम्र में उनका निधन हो गया था।