डायरेक्टर अमित राय सिनेमा जगत के जाने-माने निर्देशक हैं। उन्होंने ‘रोड टू संगम’ और ‘OMG 2’ जैसी फिल्में बनाई है। अक्षय कुमार की ‘ओएमजी 2’ को सिनेमाघरों में ‘ए’ सर्टिफिकेट के साथ रिलीज किया गया था, जहां पर इस सर्टिफिकेट की वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था। इसके बाद फिल्म को ओटीटी पर रिलीज किया गया, जहां पर फिल्म को हर किसी ने आसानी से देखा फिर चाहे वो कोई बच्चा हो या फिर अन्य। ऐसे में इन सब मामले पर डायरेक्टर ने जनसत्ता.कॉम से बात की। उन्होंने हर सवालों के जवाब बड़ी ही बेबाकी के साथ दिया। निर्देशक ने फिल्म सर्टिफिकेशन बोर्ड पर गुस्सा भी जाहिर किया। चलिए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा।
आपको बता दें कि अमित राय बीते दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म को लेकर काफी चर्चा में रहे हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो वो शाहिद कपूर के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज पर मूवी बना रहे हैं। इसमें शाहिद लीड रोल में दिखाई दे सकते हैं। हालांकि, इसे लेकर अभी कंफर्मेशन नहीं आया है।
बड़े स्टार्स के साथ काम करने को लेकर बोले OMG 2 के डायरेक्टर
‘OMG 2’ के डायरेक्टर अमित राय ने बड़े स्टार्स के साथ काम करने को लेकर कहा, ‘भगवान के आशार्वाद से मुझे अभी तक अच्छे एक्टर्स ही मिले हैं। मैं अभी तक जिन एक्टर्स के साथ काम किया है वो हेमेशा टाइम पर ही रहे हैं। पंकज त्रिपाठी हों चाहे अक्षय कुमार हों। दोनों ही एक्टर्स समय के पाबंद हैं। मैंने उनके साथ काम किया है और उनके साथ मेरा अनुभव कमाल का रहा है तो मुझे ऐसा कुछ झेलना नहीं पड़ा है। मैं इस मामले में मानता हूं कि मेरा नसीब अच्छा रहा है कि मुझे अच्छे एक्टर्स मिले हैं। मेरे लिए काफी आसान था और मुझे इनके साथ काम करके मजा आया। बल्कि उनको पूछना चाहिए कि मेरे साथ काम करके उनका कैसा अनुभव रहा है।’
‘OMG 2’ जैसी फिल्में बनाने में क्या चुनौतियां आती हैं?
अमित राय से इंटरव्यू में पूछा गया कि ‘OMG 2’ जैसे कॉन्सेप्ट वाली फिल्में बनाने में चुनौतियां क्या आती हैं? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘देखिए कहानी आपको चुनती है तो इस फिल्म की कहानी ने मुझे चुना था। मुझे लगा कि कहानी ने मुझे चुना तो मुझे इसके साथ न्याय करना था और मैंने अपने काम को पूरी ईमानदारी के साथ किया है। अब ये कहानी अगर लव स्टोरी बेस्ड होती त उतनी ही कठिन होती। हर कहानी अपनी डिमांड करती है। अगर दाल-चावल बनाना है तो वो एक दम सिंपल है। अगर मटन कोरमा बनाना है तो उसमें थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। सफलता का आनंद अलग ही होता है। काम अच्छा होता है तो लोग इसकी सराहना भी करते हैं। मैंने कॉन्ट्रोवर्सी के लिए फिल्म किया ही नहीं था। मैंने तो सामाजिक दायित्व के लिए काम किया था। अगर इसमें कॉन्ट्रोवर्सी होती तो ये फिल्म कुछ और ही बन जाती। मैंने तो ऐसी कहानी चुनी ही नहीं थी, जिस पर बवाल हो कॉन्ट्रोवर्सी हो। मैंने तो ऐसी कहानी को चुना था, जो शिक्षा के बदलाव के लिए जरूर थी। दूसरी फिल्मों की तुलना में ऐसी फिल्में थोड़ी कठिन हो जाती है। ऐसे में प्रोड्यूसर को दाद देना चाहिए कि उसने ऐसे कॉन्सेप्ट वाली फिल्मे बनाने का फैसला किया।’
‘A’ सर्टिफिकेट मिलने पर बोले अमित राय
इतना ही नहीं, अमित राय से OMG 2 को मिले A सर्टिफिकेट को लेकर भी सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘मैंने तो पहले ही उन लोगों को कहा था कि आप लोग गलत कर रहे हो। क्योंकि ओटीटी पर आएगी तो सब लोग देख ही लेंगे। उससे आपको क्या फायदा हो जाएगा और इस पर इतने सारे कट करके जिसका कोई मतलब नहीं है। लेकिन वो समझे नहीं। हो सकता है मेरा नजरिया अलग रहा उनका भी अलग हो सकता है।’ अमित ने एक पुराना किस्सा बताते हुए कहा, ‘दूरदर्शन पर एक एड था, जिसमें कहा गया था कि जंगल जंगल पता चला है चड्ढी पहनकर फूल खिला है। इसे लेकर कहा गया था कि इसमें से चड्ढी को हटा दो। इसे गुलजार साहब ने लिखा था और जंगल बुक से था। वो लोग (सेंसर बोर्ड) कहते हैं कि नहीं चड्ढी शब्द हटा दीजिए। इसे पूरा भारतवर्ष देखेगा। इसमें एक नंगा शब्द भी था तो इसे भी कहा गया हटो दो। तो ऐसे में उन्हें कैसे समझाया जाए कि ये दोनों गंदे शब्द नहीं हैं। वो इसे समझ नहीं पाए उन्हें केवल नंगा और चड्ढी ही समझ में आया। तो इसी जद्दोजहद में फंस गई थी OMG 2 भी।’
ओटीटी पर अश्लील कंटेंट को लेकर अमित राय कहते हैं, ‘उस पर उन लोगों को लग रहा है कि कुछ नहीं हो रहा है। उन लोगों को लग रहा है कि दुनिया आंख बंद करके सो रही है। कोई बच्चा कुछ नहीं देख रहा है वहां पर। उनको पता नहीं है कि बच्चों को सबकुछ पता चल चुका है।’ ओटीटी और थिएटर में भेदभाव के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘ओटीटी तो एंटरटेनमेंट का अलग साधन है। उसके लिए जब अलग से रूल बनेगा तब बनेगा।’ बातचीत में डायरेक्टर से कहा गया कि ओटीटी पर सबकुछ आसानी से मिल रहा है सब कोई इसे देख रहे हैं और सिनेमाघरों में रोक लगा दी जाती है। ऐसे में दुख नहीं होता? इस पर उन्होंने कहा, ‘जाहिर सी बात है नुकसान होता है। मन कचोटता है। इतने सारे पैसे लगाकर फिल्म बनाई जाती है। नुकसान होता है तो दुख तो होता है। क्योंकि एक नहीं कई जिम्मेदारी होती है जब आप फिल्म बनाते हो तो।’
ओटीटी पर सेंसर बोर्ड पर होने पर अमित राय ने दिया रिएक्शन
ओटीटी पर सेंसर बोर्ड की लगाम लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘देखिए, हमारे देश में सेंसर बोर्ड तो है ही नहीं। हमारे यहां सेंट्रल बोर्ड ऑफ सर्टिफिकेशन है, जो केवल सर्टिफिकेट देने का काम करती है। लोगों ने तो अपने मन से इसे सेंसर बोर्ड घोषित कर दिया है। ना जाने लोग इस बात को कब समझेंगे कि सेंसर बोर्ड नहीं है और सर्टिफाइंग बॉडी तो हर किसी के लिए होगी। क्योंकि वो तय तो करेंगे ही कि ये फिल्म या वेब सीरीज किसके लिए जाएगी और किसके लिए नहीं जाएगी। लेकिन, सेंसरसिप पर मुझे आपत्ति है कि इसे कौन तय करेगा? क्या सही है क्या गलत है ये कौन तय करेगा? ये एक बड़ी प्रक्रिया है।’
अमित राय से पूछा गया कि वो OMG 2 को हुए नुकसान के बाद ऐसी फिल्में आगे भी बनाना चाहेंगे या फिर छोड़ देंगे? इस पर उनका कहना है, ‘देखिए, मैं तो ऐसी फिल्में बनाता रहूंगा। मुझे जो कहानी कहनी है वो तो मैं कहूंगा ही। अगर मुझे नुकसान का डर होता तो यही फिल्म नहीं करता। मेरे पास कहानी कहने को है खोने को कुछ नहीं। जो कहानी मेरे सामाजिक दायित्व के साथ आती है वो तो मैं कहूंगा ही। आगे भी काम करूंगा। लेकिन नुकसान उन फिल्म मेकर्स का होगा, जो ऐसी फिल्में बनाना चाहते हैं। वो मेरा हस्र देखकर डर जाएंगे। इस डर की वजह से ऐसी कहानी नहीं बन पाएगी जो बननी चाहिए। तो नुकसान वो बड़ा है। ऐसे में जिम्मेदारी वाली फिल्में नहीं बन पाती हैं।’
बॉक्स ऑफिस पर हिट जाने वाली फिल्म की सफलता को अमित राय कैसे देखते हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं फिल्म की सफलता को ऐसे देखता हूं, जो जोहरियों का दुकान होती है। इसमें जाते हैं तो पूरा सम्मान किया जाता है। चाय पिलाई जाती है और पान की दुकान हर जगह होती है और वहां बहुत भीड़ होती है। जोहरी की दुकान में दिन भर में एकाध लोग ही जाते हैं तो ऐसे में पान की दुकान पर ज्यादा लोग आते हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि वो ज्यादा सफल बिजनेस है। रही बात फिल्मों की तो बॉक्स ऑफिस मायने रखता है मगर एक बिजनेस के तौर से। लेकिन सही मायने में ये सफल नहीं माना जाएगा। मेरी नजर में इस साल की सबसे सफल फिल्म में मैं OMG 2 को भी नहीं मानता हूं। मेरे लिए तो इस साल की सबसे सफल फिल्म ’12वीं फेल’ थी। इस मूवी ने सामाजिक जिम्मेदारी को पूरा करते हुए अच्छा पैसा भी कमाया है।’