बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के वक्त वे भावुक हो गए। सोशल मीडिया पर येदियुरप्पा के इस्तीफे को लेकर तमाम लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इसमें पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह भी शामिल हैं। उन्होंने येदियुरप्पा के इस्तीफे का जिक्र कर बीजेपी पर भी निशाना साधा है।
भाजपा पर कटाक्ष करते हुए सूर्य प्रताप सिंह ने येदियुरप्पा को लेकर कहा-‘CM बनाने से पूर्व येदियुरप्पा सरकार को भरे मंच से ‘सबसे भ्रष्ट’ कहा गया था। वीडियो वायरल हुआ था। भाजपा में आते ही वे ईमानदार हो गए थे और आनन-फानन में CM बना दिए गये। आज दूध से मक्खी की तरह बाहर फेंक दिये। इसे कहते हैं-इस्तेमाल कर कूड़ेदान में फेंकना,चाहे जूते हों या मनुष्य।’
सूर्य प्रताप सिंह के पोस्ट पर ढेरों लोगों के रिएक्शन आने शुरू हो गए। संजू गोयल नाम की एक महिला यूजर ने कहा- ‘यही भाजपा का मूल मंत्र है कि अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए अपने नेताओं तक को निचोड़ डालो और जब स्वार्थ की पूर्ति हो जाए तो उन्हें निचोड़े हुए नींबू की भांति कचरे में फेंक दो। जिन येदियुरप्पा जी ने कर्नाटक की राजनीति में भाजपा के आक्रमण का मार्ग प्रशस्त किया, आज क़ीमत अदा कर दी।’
CM बनाने से पूर्व येदियुरप्पा सरकार को भरी मंच से ‘सबसे भ्रष्ट’ कहा गया था। वीडियो वायरल हुआ था।
भाजपा में आते ही वे ईमानदार हो गए थे और आननफानन में CM बना दिए गये।
आज दूध से मक्खी की तरह बाहर फेंक दिये।
इसे कहते हैं-इस्तेमाल कर कूड़ेदान में फेंकना,चाहे जूते हों या मनुष्य।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 26, 2021
गौतम अपूर्व नाम के यूजर ने चुटकी लेते हुए कहा- ‘येदियुरप्पा जी को बीजेपी ने गोलगप्पा बना दिया है। गोलगप्पे में जब CM का पानी डाल दिया तब ये काम के थे। जब गोलगप्पे में से CM का पानी निकाल दिया, तो किसी काम के नहीं रह गए। येदियुरप्पा जी गोलगप्पा बनने से अच्छा है, संगत छोड़ दीजिए वरना बची ही इज्जत की रंगत बदल जाएगी।’ रवीश कुमार नाम के अकाउंट से कमेंट आया- ‘भाजपा दाग धोने की वाशिंग मशीन है।’
अर्जुन नाम के शख्स ने लिखा- ‘ऐसा कोई सगा नहीं जिसको उसने पीठ में छूरा भोका नहीं। अंधभक्तों का भी एक दिन वही हाल होगा। कहीं के नहीं रहेंगे।’ बताते चलें, 2 साल पहले येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बीएस येदियुरप्पा की कार्यप्रणाली को लेकर कई विधायक नाराज चल रहे थे। जिसके बाद कई राजनीतिक घटनाक्रम के बाद उन्होंने अपने पद से सोमवार को इस्तीफा दे दिया।
ED, CBI, IT जैसी संस्थाओं को संविधान की ताकत के साथ बड़ी मशक्कत के साथ बनाया गया है।
यहां काम करने वाले लोगों का चयन सघन परीक्षण के बाद किया जाता है।
इन संस्थाओं के राजनैतिक दुरूपयोग से इनकी विश्वसनीयता पर संकट है,मनोबल गिरा है।
सरकार को इस विषय में गंभीरता से सोचना होगा।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 27, 2021
इधर, सूर्य प्रताप सिंह ने एक और पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा- ‘ED, CBI, IT जैसी संस्थाओं को संविधान की ताकत के साथ बड़ी मशक्कत के साथ बनाया गया है। यहां काम करने वाले लोगों का चयन सघन परीक्षण के बाद किया जाता है। इन संस्थाओं के राजनैतिक दुरूपयोग से इनकी विश्वसनीयता पर संकट है, मनोबल गिरा है। सरकार को इस विषय में गंभीरता से सोचना होगा।’