गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ पहुंच कर यूपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों की खूब तारीफ की। उन्होंने इस बीच योगी आदित्यनाथ को यशस्वी, शानदार और सफल बताया। शाह ने उन्हें राज्य में विकास और कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने का भी श्रेय दिया। ऐसे में पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने अमित शाह को लेकर एक ट्वीट किया, जिसमें वह भड़ास निकालते हुए नजर आए।
तंज कसते हुए पूर्व IAS अधिकारी बोले- ‘लो कल्लो बात गांव देहात ही नहीं, शहरों की भी सड़कें देख लेते गाड़ी में घूम कर। स्वास्थ्य केंद्र ही नहीं, स्कूल भी निहार लेते जरा। गंगा के किनारे दफन शव ही नहीं, बेरोजगार युवा व पीड़ित की भी सोच लेते जरा। गृहमंत्री जी, मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप अपना कथन वापिस ले लोगे।’
ज्ञात हो, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हाल ही में उत्तर प्रदेश पहुंचे थे, जहां उन्होंने जनता को कई योजनाओं की सौगात दी। इस बीच उन्होंने योगी सरकार की उपलब्धियों की भी सराहना की थी। अमित शाह ने इस दौरान कहा कि योगी ही उत्तर प्रदेश को कानून-व्यवस्था के मामले में “शीर्ष स्थान” पर ले गए। गृहमंत्री ने साथ ही दावा किया कि विपक्षी दलों को विधानसभा चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ेगा।
रिटायर्ड आईएएस के इस ट्वीट पर ढेरों लोगों के रिएक्शन भी सामने आने लगे। अंशुल यादव बोले- ‘गुरु चेला हैं, झूठे विज्ञापनों और झूठी घोषणाओं, बिकाऊ मीडिया पर फोकस, सीबीआई, सीआईडी, राॅ, ईडी सारी एंजेसियां चुनावी मैदान में।’
ऋषि नाम के यूजर बोले- ‘अगर आज BJP नहीं होती तो भगवान राम “समुद्र” में होते- BJP नेता गुलाब कटारिया। बीजेपी वाले अब भगवान को भी बचाने लगे। अगर बीजेपी सत्ता में नहीं होगी तो क्या धरती से भगवान भी विलुप्त हो जायेंगे?’
लो कल्लो बात
गांव देहात ही नहीं, शहरों की भी सड़कें देख लेते गाड़ी में घूम कर।
स्वास्थ्य केंद्र ही नहीं,स्कूल भी निहार लेते जरा।
गंगा के किनारे दफन शव ही नहीं, बेरोजगार युवा व पीड़ित की भी सोच लेते जरा।गृहमंत्री जी, मुझे पूर्ण विश्वास की आप अपना कथन वापिस ले लोगे। pic.twitter.com/Z7oSLFiFoO
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) August 2, 2021
आरिफ खान नाम के शख्स ने कहा- ‘कानपुर लखनऊ मार्ग को सांड और गाय मुक्त कर दिया गया। गरीबों के झोपड़े कपड़े से ढांक दिए गए। धन्यवाद! अमित शाह जी, कुछ दिन बाद फिर आइए उत्तर प्रदेश में।’ जामिल खान बोले- ‘बॉस झूठ ही तो बोलना है तो बोल दिया। जब लोकसभा जो कि लोकतंत्र का मन्दिर है वहां पर ही कहा सकता है कि “ऑक्सीजन की कमी से कोरोना में कोई मृत्यु नहीं हुई” फिर बाक़ी जगह असत्य कहने में क्या जाता है। वैसे वर्तमान सरकार विनाश को ही तो विकास कह रही है।’
अभिनव सिन्हा बोले- ‘झूठ बोलने की भी हद होती है। कह रहे हैं कि यूपी ने चार साल में 30 मेडिकल कॉलेज दिए। लेकिन कोरोना में एक भी काम न आ सके।’ लक्ष्मी पासवान बोलीं- ‘जनता देख रही है, इस बार 2022 में कमल का फूल खिला कर दिखा दें।’ वीएस राठौड़ नाम के यूजर ने चुटकी लेते हुए कहा- ‘मतलब गुजरात मॉडल अभी पिछड़ा हुआ है यूपी से।’