सिविल सर्विसेज में मुस्लिम उम्मीदवारों के सेलेक्शन और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी पर टिप्पणी कर सुदर्शन न्यूज़ के एडिटर इन चीफ सुरेश चव्हाणके विवादों में आ गए हैं। एक तरफ जामिया प्रशासन ने शिक्षा मंत्रालय से चव्हाणके और उनके चैनल की शिकायत की है और कार्रवाई की मांग की है तो दूसरी तरफ तमाम आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने भी मोर्चा खोल दिया है।
उधर, सुरेश चव्हाणके ट्विटर पर एक्ट्रेस स्वरा भास्कर से उलझ गए और उन्हें चेतावनी दे डाली। दरअसल स्वरा भास्कर ने एक खबर शेयर करते हुए लिखा, ‘ गैंडा सिर्फ घृणा ही नहीं फैलाता बल्कि रेप का आरोपी भी है’। हालांकि उन्होंने अपने ट्वीट में कहीं चव्हाणके का नाम नहीं लिया था।
स्वरा भास्कर के इसी ट्वीट पर सुरेश चव्हाणके भड़क गए। उन्होंने पलटवार करते हुए लिखा ‘फेक न्यूज़ मत फैलाओ। अब मैं इस तरह के किसी भी केस में आरोपी नहीं हूं।’ उन्होंने आगे स्वरा भास्कर को चेतावनी देते हुए लिखा ‘अपने Tweet को डिलीट करो वरना मैं लीगल एक्शन लूंगा…’।
Don’t spread fake news. now I’m not accused in such type of case. delete this tweet or otherwise I will take legal action. https://t.co/AU6F79SDVc
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) August 28, 2020
क्यों मचा है बवाल?: सुरेश चव्हाणके ने अपने कार्यक्रम का एक प्रोमो वीडियो साझा किया था। इसमें वह कहते नजर आ रहे हैं ‘अचानक आईपीएस आईएएस में मुसलमान कैसे बढ़ गए? सोचिए अगर मुस्लिम अधिकारी आपके जिलाधिकारी होंगे और मंत्रालय में सचिव होंगे तो क्या होगा?’। उन्होंने आगे ‘जामिया के जिहादी’ शब्द का भी इस्तेमाल किया। चौहान के इसी वीडियो पर बवाल मचा है। आईपीएस एसोसिएशन ने भी उनके इस बयान की निंदा की है। उधर देश भर के तमाम आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने भी इसे निंदनीय बताया है।
वीडियो पर किसने क्या कहा?: इस पूरे मामले पर आईपीएस एसोसिएशन ने बयान जारी किया। कहा, ‘ सुदर्शन टीवी पर एक स्टोरी प्रमोट की जा रही है, जिसमें सिविल सर्विसेस के उम्मीदवारों पर धर्म के आधार पर निशाना साधा जा रहा है। हम इस सांप्रदायिक और गैर जिम्मेदाराना पत्रकारिता की निंदा करते हैं।’
A news story targeting candidates in civil services on the basis of religion is being promoted by Sudarshan TV.
We condemn the communal and irresponsible piece of journalism.
— IPS Association (@IPS_Association) August 27, 2020
उधर, इंडियन पुलिस फाउंडेशन ने भी बयान जारी किया है और कहा, ‘ नोएडा के एक चैनल ने अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा आईएएस और आईपीएस ज्वाइन करने को लेकर एक हेट स्टोरी चलाई है। यह अपमानजनक है। हमें उम्मीद है कि यूपी पुलिस और प्रशासन इसके खिलाफ कार्रवाई करेगा’।