फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने रिलीज के बाद ही बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर दिया था और जबरदस्त कमाई की। जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के विस्थापन और जिहादियों की ओर से उन पर हुए अत्याचारों पर बनी फिल्म द कश्मीरी फाइल्स इसी साल मार्च में रिलीज हुई थी।
तब फिल्म पर काफी विवाद भी हुआ था। कुछ समय पहले ‘द कश्मीर फाइल्स'(The Kashmir Files) उस समय चर्चा में आ गई थी जब इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया के जूरी हेड नादव लैपिड ने इसे ‘अश्लील’ और ‘प्रोपेगेंडा’ वाली फिल्म बताया था।
बाद में लैपिड ने अपने बयाने के लिए माफी मांग ली थी। यह विवाद खत्म हुए अभी ज्यादा वक्त भी नहीं बीता था कि अब जाने माने फिल्ममेकर सईद अख्तर मिर्जा (Saeed Akhtar Mirza) ने द कश्मीर फाइल्स को कचरा बता दिया है। अब इस पर विवेक अग्निहोत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
फिल्ममेकर ने किया ट्वीट
फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री इन दिनों अपनी फिल्म से ज्यादा अपने ट्वीट्स को लेकर चर्चा में हैं। फिल्ममेकर ने एक ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह कह रहे हैं कि ‘मैं आज आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहा हूं जो आपको सेक्युलर या बॉलीवुड वाले कभी नहीं बताएंगे। आपने देखा होगा कि पिछले 4-5 महीनों से द कश्मीर फाइल्स पर लगातार अटैक किए जा रहे हैं। लेकिन क्या मुस्लिम लोगों से सहानुभूति रखने वाले क्या ये बात सकते हैं कि भारत का समाज एक मात्र ऐसा समाज है जिसने मुस्लिम लोगों के लिए फिल्मों में एक विशेष जॉन क्रिएट किया है जिसे कहते हैं मुस्लिम सोशक्स।’
विवेक अग्निहोत्री ने उठाए सवाल
फिल्ममेकर ने आगे कहा कि ‘अगर आपको मुझ पर भरोसा नहीं है तो आप विकिपीडिया पर देख लीजिए। इस पर तमाम फिल्मों के उदहारण हैं जैसे- बच्चन साहब कि कुली, बाजार, फना, सरदारी बेगम, फिजा। लेकिन क्या आपको कभी किसी ने ये सवाल उठाने की अनुमति दी है कि अगर मुस्लिम सोशक्स होते है तो हिंदू सोशक्स क्रिश्चियन, पारसी, जैन सोशक्स भी हो सकते हैं। कश्मीर के ऊपर पता नहीं कितनी फिल्में बनी हैं। ये सब 85-95 के पीरियड्स पर आधारित हैं। लेकिन इन में से किसी में भी हिंदुओं का जिक्र भी नहीं है। जबकि पूरी दुनिया जानती है कि कश्मीर कभी हिंदू बाहुल्य क्षेत्र हुआ करता था, और आतंकवाद के कारण सारे हिंदूओं को वहां से भागना पड़ा।’
भगवा और हरे रंग के विवाद में ना फंसे
विवेक अग्निहोत्री ने अपने वीडियो में आगे कहा कि ‘कभी आपको बताया ही नहीं जाता है कि कश्मीर की सच्चाई क्या है। पहली बार अगर कश्मीर की सच्चाई बताने की कोशिश की गई। तो सब लोग विरोध करने में लग गए। ये भगवा और हरे रंग के विवाद में ना फंसें। सिर्फ एक सवाल खुद से पूछिए, किया हिंदुओं की पीड़ा, पीड़ा नहीं है।’