‘गोलमाल सीरीज’, ‘सिंघम’, ‘सिंघम रिटर्न’, ‘बोल बच्चन’ और ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ जैसी सुपरहिट फिल्में बनाने के बाद रोहित शेट्टी ने बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख के साथ ‘दिलवाले’ बनाई। 100 करोड़ से ज्यादा के बजट की इस फिल्म से किंग खान के फैन 1000 करोड़ की कमाई की उम्मीद कर रहे थे। खुद रोहित शेट्टी और शाहरुख ने कोई फिगर तो नहीं बोला था, लेकिन उन्हें भी फिल्म से बड़ी सफलता की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। ‘दिलवाले’ अभी तक 150 करोड़ के आसपास है और लगता नहीं कि यह भारत में 200 करोड़ का कलेक्शन कर पाएगी। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है। आखिर कहां गलती हो गई? आइए डालते हैं फिल्म के ऐसे ही कुछ फैक्ट्स पर नजर….
ये हैं कारण
– ‘दिलवाले’ की असफलता के लिए रोहित शेट्टी भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं। यह फिल्म इतनी तेज भागती है कि दर्शकों को लगता ही नहीं कि वे सिल्वर स्क्रीन पर कोई बड़ी फिल्म देखने आए हैं। ‘दिलवाले’ अंत में ऐसा फील कराती है कि मानो कोई शॉर्ट फिल्म देखी हो।
– फिल्म में काजोल एक डॉन की बेटी बनी हैं। ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ में भी दीपिका डॉन की बेटी थीं। लेकिन दोनों फिल्मों में अंतर यह है कि दीपिका को डॉन की बेटी साबित करने के लिए कई सीन फिल्माए गए, लेकिन ‘दिलवाले’ में सिर्फ दो सीन हैं, वो भी कुछ सेकेंड के, जिनमें काजोल डॉन की बेटी के तौर पर दिखती हैं। ऐसे में न तो उनके और न ही शाहरुख के किरदार को स्थापित होने का मौका मिल पाया।
– ‘दिलवाले’ के किरदार और कहानी दोनों कई पुरानी फिल्मों की खिचड़ी जैसे लग रहे हैं। शाहरुख-काजोल की जोड़ी जरूर कुछ नई लगी है, लेकिन इससे फिल्म की बाकी कमियां छिप नहीं सकीं।
– रोहित शेट्टी ने अब तक शानदार कॉमेडी फिल्म बनाई हैं। लेकिन शाहरुख के साथ मामला सिर्फ कॉमेडी पर चलने वाला नहीं था। ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ में वह कॉमेडी और रोमांस को एक साथ पेश करने में कामयाब रहे थे, लेकिन दिलवाले में ऐसा नहीं कर पाए। ‘दिलवाले’ के कॉमेडी सीन कुछ-कुछ 70 और 80 के दशक की फिल्मों जैसे हैं, वे आज के नहीं लगते।
– रोहित शेट्टी को अपनी फिल्मों में कार उड़ाने के लिए जाना जाता है, लेकिन बिना कहानी के कार उड़ाने से दर्शक नहीं आते हैं। यह बात अब वह समझ जाएंगे और अगली बार मजबूत कहानी लेकर फिल्म बनाएंगे।
– बाजीराव-मस्तानी से टक्कर ने भी ‘दिलवाले’ को काफी नुकसान पहुंचाया। संजय लीला भंसाली इस बार कमर कसकर आए थे। दो बड़ी फिल्में जब टकराती हैं, तो कमजोर फिल्म बॉक्स पर औंधे मुहं गिरती है। इस बार भी ऐसा ही हुआ। 2008 में संजय लीला भंसाली और शाहरुख खान की ओम शांति ओम टकराई थीं। तब भंसाली की फिल्म पिट गई थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। वह बाजीराव के साथ बाजी मार ले गए।
– रोहित शेट्टी की हर फिल्म की तरह ‘दिलवाले’ भी मल्टीस्टारर फिल्म है। कबीर बेदी, विनोद खन्ना, काजोल, वरुण धवन, जॉनी लीवर समेत कई और कलाकार हैं, लेकिन जरूरत से ज्यादा तेज स्क्रिप्ट के चलते किसी एक किरदार को समझने का दर्शकों को मौका नहीं मिल पाता। इसमें शक नहीं कि फिल्म का एक्शन, लोकेशन, शाहरुख-काजोल की जोड़ी बेजोड़ लगे हैं, लेकिन तेज रफ्तार फिल्म की कहानी दर्शकों को हजम नहीं करने देती है।
ये है इकलौती खासियत
– ‘दिलवाले’ की सबसे खास बात रही काजोल की खूबसूरती। 41 साल की उम्र में भी वह इतनी सुंदर दिख रही थीं, जो कि हैरान करने वाला था।