धर्मेंद्र का 24 नवंबर को निधन हो गया था, मगर उनकी आखिरी फिल्म ‘इक्कीस’ अब रिलीज होने वाली है। श्रीराम राघवन की फिल्म ‘इक्कीस’ की शूटिंग के दौरान भी धर्मेंद्र की तबीयत खास ठीक नहीं थी। मगर बावजूद इसके उन्होंने पूरी मेहनत के साथ अपने किरदार को निभाने की कोशिश की थी। फिल्म के कोरियोग्राफर विजय गांगुली ने उनसे जुड़ा किस्सा सुनाया, जब गाने की शूटिंग के लिए धर्मेंद्र सुबह के 4 बजे तक जागे थे।

हाल ही में एक इंटरव्यू में, फिल्म के कोरियोग्राफर विजय गांगुली ने धर्मेंद्र के साथ काम करने का अपना अनुभव शेयर किया। उन्होंने बताया कि उम्र के बावजूद धर्मेंद्र ने पूरी मेहनत से काम किया और रात 4 बजे तक जागकर शूटिंग पूरी की। फिल्म में धर्मेंद्र ने अरुण खेतरपाल के पिता का किरदार निभाया है। विजय गांगुली ने मिड-डे से बातचीत में उन्होंने कहा, “धर्मेंद्र के साथ शूटिंग अद्भुत अनुभव था। वह बहुत जीवंत और ऊर्जावान थे। हम जब तक गाना खत्म कर रहे थे, वह रात 4 बजे तक जगे हुए थे।”

फिल्म के लिए दो गानों पर काम कर चुके कोरियोग्राफर विजय गांगुली ने आगे कहा, “यह हम दोनों के लिए एक भावुक और यादगार पल था। धरम जी ने मेरे पिता (फिल्ममेकर अनिल गांगुली) के साथ पहले भी एक फिल्म दुश्मन देवता में काम किया था। शूटिंग के दौरान उन्होंने मेरे पिता को बहुत प्यार से याद किया। उन्होंने मुझसे कहा कि वह बहुत अच्छे इंसान थे और उनके साथ काम करना उन्हें बेहद पसंद था।”

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धर्मेंद्र को डबिंग के वक्त भी हो रही थी दिक्कत

इससे पहले गालट्टा इंडिया से बातचीत में फिल्म के निर्देशक श्रीराम राघवन ने बताया था कि फिल्म की डबिंग के दौरान धर्मेंद्र को काफी परेशानी हो रही थी। उन्होंने कहा, “मैं देख सकता था कि डबिंग करते वक्त उन्हें तकलीफ हो रही थी। मैंने उनसे कहा कि पहले आप ठीक हो जाइए। हमने उनके साथ अपना काम पूरा कर लिया था और मैंने सोचा था कि एक महीने में उन्हें पूरी फिल्म दिखाऊंगा। यही मेरा सबसे बड़ा अफसोस है। वह फिल्म देखने के लिए बेहद उत्साहित थे।”

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श्रीराम राघवन ने इस स्थिति की तुलना फिल्म ‘1942: ए लव स्टोरी’ से करते हुए कहा कि जैसे उस फिल्म की सफलता के समय आर.डी. बर्मन मौजूद नहीं थे और वह तारीफें नहीं देख पाए, वैसे ही धर्मेंद्र भी अपनी आखिरी फिल्म को पर्दे पर देखने से वंचित रह गए।