बॉलीवुड एक्टर दिलीप कुमार ने 98 वर्ष की उम्र में बीते दिन दुनिया को अलविदा कह दिया। दिलीप कुमार बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे, उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी, जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिलीप कुमार के निधन के बाद उनके सबसे बड़े फैन धर्मेंद्र को भी काफी झटका लगा। एक्टर न केवल उन्हें याद कर रोने लगे, बल्कि उनके अंतिम संस्कार में शामिल भी हुए।
धर्मेंद्र और दिलीप कुमार से जुड़ा एक किस्सा है कि ट्रेजेडी किंग से मिलने के लिए धर्मेंद्र को ठंड तक का ख्याल नहीं रहा था। वह बिना स्वेटर पहने ही दिलीप कुमार से मिलने चले गए। ऐसे में दिलीप कुमार ने धर्मेंद्र को अपना एक स्वेटर दिया, जिसे बॉलीवुड के हीमैन ने लौटाने से साफ इंकार कर दिया था।
धर्मेंद्र ने इस बात का खुलासा बीबीसी को दिए इंटरव्यू में किया था। उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि मुंबई वह एक्टर बनने के लिए आए थे, लेकिन उनकी सबसे बड़ी तमन्ना दिलीप कुमार से मिलने की थी। उन्होंने दिलीप कुमार की बहन से मिलने के बाद एक्टर से मिलने की इच्छा जताई थी, जिसके बाद फरीदा ने उन्हें अगले दिन आने के लिए कहा था।
Saira ne jab kaha. “ Dharam , dekho Sahab ne paplak jhapki hai “ Dosto , jaan nikal gai meri. Maalik mere pyaare bhai ko jannat naseeb kare pic.twitter.com/yrPP6rYJqX
— Dharmendra Deol (@aapkadharam) July 7, 2021
धर्मेंद्र ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “फरीदा जी की बात सुनने के बाद मैं बहुत उत्साहित हो गया और सोचने लगा कि कब मैं उनसे मुलाकात करूंगा। 1960 की बात है जब मैं उनके घर पहुंचा। उन दिनों मुंबई की पाली हिल में ठंड पड़नी शुरू हो जाती थी। दिलीप कुमार से मिलने के चक्कर में मैं स्वेटर लेना तक भूल गया था।”
धर्मेंद्र ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “मिलने के बाद उन्होंने मुझे अपना स्वेटर लाकर दिया और कहा कि यह पहन लो। उनका स्वेटर मिलने के बाद मैंने कहा कि मैं ये अब आपको कभी वापस नहीं करूंगा। मेरी बात सुनने के बाद उन्होंने कहा ‘जरूर रख लो इसे।’ इसके बाद तो फिर ईद हो या उनका जन्मदिन, मैं हमेशा ही उनसे मिलने जाता था।”
धर्मेंद्र ने बीते दिन दिलीप कुमार के साथ एक तस्वीर भी साझा की थी, जिसमें वह एक्टर के शव के पास बैठे नजर आ रहे थे। इस फोटो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “सायरा ने जब कहा, ‘धर्म देखो साहब ने पलक झपकी है’, दोस्तों जान निकल गई मेरी। मालिक मेरे प्यारे भाई को जन्नत नसीब करे।”