सिनेमा जगत के हीमैन कहे जाने वाले एक्टर धर्मेंद्र (Dharmendra) आज 87 साल की उम्र में भी फिल्मों में एक्टिव हैं। आज भी जब वो पर्दे पर आते हैं तो लोगों का मनोरंजन करके ही दिन ही बना देते हैं। 6 दशक से भी लंबे फिल्म करियर में उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है। एक्टर के तौर पर वो हर किसी के फेवरेट हैं। 70 के दशक में उनकी कई हिट फिल्में रही हैं, जो आज भी लोगों के जहन में है। ऐसे में आज आपको उनकी 70s की उस फिल्म के बारे में बता रहे हैं, जो उनके करियर का टर्निंग प्वॉइंट रही। हालांकि, उस फिल्म में उनका किरादर चोर वाला था लेकिन वाइब हीरो वाली थी। फिल्म में विनोद खन्ना भी थे लेकिन, बाजी को धर्मेंद्र ने मारी थी। चलिए बताते हैं इसके बारे में…
अगर आपने अपने दिमाग के घोड़े दौड़ा लिए हैं तो चलिए हम ही आपको धर्मेंद्र की 70 के दौर की उस फिल्म के बारे में बताते हैं, जो उनके करियर का टर्निंग प्वॉइंट बनी। दरअसल, उस जमाने में धर्मेंद्र को स्टार बनाने वाली उनकी पहली फिल्म 1971 में रिलीज हुई थी। इसका टाइटल ‘मेरा गांव मेरा देश’ था। मूवी में हिंदी सिनेमा के गुजरे जमाने के चार्मिंग एक्टर धर्मेंद्र चोर बने थे। वहीं, फिल्म में विनोद खन्ना भी थे। इसमें उनका चोर का कैरेक्टर लोगों का इस कदर फेवरेट बन गया था कि इस फिल्म ने ही उनकी किस्मत पलट दी थी।
फिल्म का निर्देशन मशहूर डायरेक्टर राज खोसला ने किया था। उन्हें सस्पेंस और एक्शन से भरपूर फिल्में बनाने के लिए जाना जाता था। राज खोसला के निर्देशन में बनी इस 2 घंटे 28 मिनट की फिल्म में इतनी कमाल की रोचक कहानी को दिखाया गया था कि धर्मेंद्र स्क्रीन पर अपने कैरेक्टर की वजह से छा गए थे। अब इसमें धर्मेंद्र क्या और कैसे कर रहे हैं तो इसके लिए आपको फिल्म को दोबारा से देखना होगा। इसमें विनोद खन्ना ने डाकू जब्बार सिंह का रोल प्ले किया था। उन्हें भी उनके किरदार में काफी पसंद किया गया था लेकिन, धर्मेंद्र का कैरेक्टर ऐसा था कि चोर बनकर भी वो सब पर भारी पड़ गए। इसमें आशा पारेख लीड एक्ट्रेस थीं। 1971 में रिलीज हुई ये फिल्म उस साल की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर रही थी। इसकी वजह से धर्मेंद्र का करियर चल पड़ा था और काफी कुछ बदलाव आया था। इस मूवी के जरिए उन्होंने एक सफल कलाकार की छाप छोड़ी थी।
धर्मेंद्र की 70s की हिट फिल्में
इतना ही नहीं, धर्मेंद्र ने फिल्म ‘मेरा गांव मेरा देश’ के बाद 70 के दशक में ढेरों फिल्मों में काम किया था, जो कि हिट रही थीं और वो आज भी लोगों के जहन में हैं। उस समय की उनकी हिट फिल्मों की लिस्ट ‘जीवन मृत्यु’, ‘प्रतिज्ञा’, ‘लोफर’, ‘धरमवीर’, ‘शोले’ और ‘यादों की बारात’ जैसी फिल्में शामिल हैं। इसमें अगर आप देखें तो धर्मेंद्र की ‘धरमवीर’ और ‘शोले’ उनकी एवरग्रीन फिल्मों में से एक है। वहीं, ‘यादों की बारात’ भी उनकी यादगार फिल्मों में से एक रही है।
राजेश खन्ना को भी देते थे टक्कर
धर्मेंद्र ने जब फिल्मों में कदम रखा था तो उस दौर में राजेश खन्ना का सिक्का चलता था। मेकर्स की लाइनें लगी रहती थीं। ऐसे में धर्मेंद्र के लिए स्क्रीन पर अपनी धाक जमाना आसान नहीं था। फिर भी उन्होंने अपने चार्मिंग लुक और शानदार अभिनय से स्क्रीन पर जो दम दिखाया उसके बाद तो उनका भी सिक्का चल पड़ा और बड़े-बड़े मेकर्स की उनके घर पर भी लाइनें लगने लगीं। धर्मेंद्र उस समय एक मात्र अभिनेता थे, जो राजेश खन्ना जैसे सुपरस्टार को टक्कर देते थे।