किसान आंदोलन और खालिस्तान को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार सवाल उठ रहे हैं। अब देश के जाने-पहचाने पत्रकार दीपक चौरसिया ने खालिस्तान के जरिए आतंकी साजिश की बात कही है। दीपक चौरसिया सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव रहते हैं और समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय प्रकट करते हैं।
दीपक चौरसिया ने ट्वीट करते हुए लिखा है,’कश्मीर और खालिस्तान के जरिए आतंक की साजिश रच रहा पाकिस्तान, आतंकियों को फंडिंग के लिए नारको टेरेरिज्म का ले रहे सहारा।’ दीपक चौरसिया के इस ट्वीट पर यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं।
मुस्ताख खान नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’टीवी पर चीख-चीख कर रोज़ाना बताते हो कि पाकिस्तान कंगाल हो गया है। इमरान खान थाली लेकर भीख मांग रहा है, फिर एक कंगाल देश किस तरह इतनी फंडिंग कर रहा है। या तो दो में से एक बात गलत है, या फिर वो बात सही है जो लोग तुम्हारे बारे में कहते हैं।’अजय शर्मा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’हम क्यों शांत बैठे हैं हमारे पास क्या कमी है ? हमें भी इन्हीं की भाषा में जवाब देना चाहिए पाकिस्तान में भी ख़ालिस्तान जैसे कई मुद्दे हैं सब पर अब भारत सरकार को खुल के समर्थन करना चाहिए और मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए। जबतक शत्रु को उसकी भाषा में जवाब नहीं देंगे हम ऐसे ही झेलेंगे।’
कश्मीर और खालिस्तान के जरिये आतंक की साजिश रच रहा पाकिस्तान, आतंकियों को फंडिंग के लिए नारको टेरेरिज्म का ले रहे सहारा।
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) December 10, 2020
मधुकर नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’फिर सड़कों के दोनों किनारों पर अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं की अवैध बस्ती बसा दी जाएगी जैसै शाहीनबाग, धरने के दौरान यमुना पुश्ते पर बसाया गया था।’ कदम नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा है,’पाकिस्तान बस इतना ध्यान रखे,इस बार यदि युद्ध हुआ तो उसकी चटनी बना दी जाएगी। लोग 1965,1971 को भूल जाएंगे। इस बार पाला मोदी और अमित शाह से है। कश्मीर और खालिस्तान का सपना देखना भी अब गुनाह है।’
एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा है,’अगर 15- 20 हजार उपद्रवियों के आगे सरकार झुक गई तो भविष्य में संसद से पारित कानून को भीड़ के डर से निरस्त करना पडेगा और संसद व संविधान की कोई गरिमा नहीं रह जाएगी,फर्जी किसान आंदोलन।

