बॉलीवुड में जानी नाम से मशहूर अभिनेता राजकुमार की आज पुण्यतिथि है। 1996 में आज ही के दिन उनका कैंसर के चलते निधन हो गया था। अभिनेता राजकुमार का असली नाम बादशाह कुलभूषण था। राज कुमार अपनी स्टाइल और अदाकारी के लिए फेमस थे। साथ ही उनके लिए ये बात भी बी- टाउन में मशहूर थी कि वे खुद के आगे किसी को भी तवज्जो नहीं देते थे। राजकुमार ने 4 दशकों तक बॉलीवुड की 70 फिल्मों में काम किया है। उन्हें उनकी बेहतरीन डायलॉग डिलीवरी के लिए आज भी याद किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अभिनेता हर फिल्म के बाद अपनी फीस क्यों बढ़ा देते थे।
हर फिल्म के बाद बढ़ा देते थे फीस: अभिनेता राजकुमार अपनी एक्टिंग के साथ-साथ एक और खास चीज के लिए जाने जाते थे। फ़िल्म चले या न चले, लेकिन वो अपनी फीस जरूर बढ़ाते थे। उस जमाने में भी वो हर फिल्म के बाद अपनी फीस कुछ हज़ार नहीं बल्कि सीधे एक लाख बढ़ाते थे। लेहरन को दिए एक पुराने इंटरव्यू में राजकुमार ने कहा था कि उनकी फिल्में फ्लॉप हो सकती हैं, वो नहीं।
राजकुमार ने अपनी फीस बढ़ाने को लेकर आगे कहा था कि मुझे याद है, जब मेरी फिल्में फ्लॉप हो जाती थीं और फिर भी मेरा प्राइस एक लाख और बढ़ जाती थी। मेरा सेक्रेट्री ने मुझसे पूछा था कि राज साहब फिल्म तो चली नहीं, आप एक लाख बढ़ा रहे हैं? मैंने कहा कि पिक्चर चले न चले, मैं फेल नहीं हुआ, इसलिए एक लाख बढ़ेगा।
राजकुमार के दमदार डायलॉग: राज कुमार जिस तरह के डायलॉग डिलीवर करते थे उसे लोग बेहद पसंद करते थे। साल 1965 में आई फिल्म वक्त का जिसमें राज कुमार ने कहा था कि चिनॉय सेठ, जिनके घर शीशे के बने होते हैं वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते। फिल्म पाकिजा में का डायलॉग आपके पैर बहुत खूबसूरत हैं। इन्हें ज़मीन पर मत रखिए, मैले हो जाएंगे।
फिल्म सौदागर में कहे गए यादगार शब्द हम तुम्हें मारेंगे और जरूर मारेंगे। लेकिन वह वक्त भी हमारा होगा। बंदूक भी हमारी होगी और गोली भी हमारी होगी। इसी के साथ सौदागर का एक और डायलॉग बहुत फेंमस है। राजकुमार ने कहा था कि काश कि तुमने हमे आवाज दी होती तो हम मौत की नींद से भी उठकर चले आते