De De Pyaar De Trailer Review: छह साल पहले रिलीज़ हुई ‘दे दे प्यार दे’ ने अपने अनोखे कॉन्सेप्ट और दिलचस्प रिश्तों की कहानी से दर्शकों का दिल जीत लिया था। अजय देवगन, रकुल प्रीत सिंह और तब्बू की इस रोमांटिक कॉमेडी ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया था बल्कि उम्र, प्यार और रिश्तों पर एक हल्का-फुल्का लेकिन सोचने पर मजबूर करने वाला मैसेज भी दिया था। अब ‘दे दे प्यार दे 2’ आ रही है और इस बार कहानी और भी मजेदार, भावनात्मक और रिलेशनशिप के नए आयाम खोलने वाली लग रही है।
नई कहानी, नए किरदार
सीक्वल में कई नए चेहरे जुड़े हैं। अजय और रकुल के अलावा आर माधवन, गौतमी कपूर और इशिता दत्ता इस बार फिल्म में महत्वपूर्ण किरदार निभा रहे हैं। ट्रेलर की शुरुआत हल्की-फुल्की कॉमेडी से होती है, लेकिन धीरे-धीरे कहानी एक दिलचस्प पारिवारिक और भावनात्मक मोड़ लेती दिखती है।
जहां पहली फिल्म में हमने देखा था कि रकुल प्रीत अपने बॉयफ्रेंड (अजय देवगन) के घर जाती हैं और वहां उनकी एक्स वाइफ और बच्चों से मिलती हैं- वहीं इस बार अजय देवगन अपनी गर्लफ्रेंड रकुल प्रीत के घर पहुंचते हैं, जहां उन्हें एक ऐसा सरप्राइज मिलता है जो कहानी को पूरी तरह पलट देता है।
यहां एंट्री होती है आर माधवन की, जो रकुल प्रीत के पिता बने हैं। दिलचस्प बात यह है कि पिछली बार हॉरर थ्रिलर ‘शैतान’ में आर माधवन ने अजय देवगन की बेटी को पजेस्ट किया था, और इस बार अजय उस लड़की से प्यार करते हैं जो माधवन की बेटी है। यह अनोखा कनेक्शन दर्शकों के लिए एक अलग तरह का नॉस्टैल्जिक टच लाता है।
ट्रेलर की झलक
फिल्म का ट्रेलर लंबा है लेकिन एंटरटेनिंग भी। इसमें कॉमेडी, ड्रामा, और इमोशन तीनों का सही मिश्रण देखने को मिलता है। अजय देवगन हमेशा की तरह अपने क्लासी और चार्मिंग अवतार में नजर आते हैं, वहीं आर माधवन का ठहराव और सेंस ऑफ ह्यूमर कहानी में बैलेंस लाता है। रकुल प्रीत सिंह इस बार और भी फ्रेश और कॉन्फिडेंट दिख रही हैं, जबकि गौतमी कपूर और इशिता दत्ता परिवार के इमोशनल हिस्से को मजबूती देती हैं।
फिल्म में जावेद जाफरी और उनके बेटे मीजान जाफरी की झलक भी देखने को मिलती है, जो कॉमेडी का नया तड़का लगाते हैं।
कहानी का मूड और डायरेक्शन
‘दे दे प्यार दे 2’ का निर्देशन अंशुल शर्मा ने किया है, जबकि कहानी और स्क्रीनप्ले तरुण जैन और लव रंजन ने लिखा है। लव रंजन की फिल्मों की तरह इसमें भी रिश्तों की उलझनें, प्यार में उम्र का अंतर, और समाज के ताने-बाने पर ह्यूमर का शानदार टच देखने को मिलता है। संवाद चुटीले हैं और फिल्म का टोन हल्का लेकिन सोचने लायक है- जैसे कि आप हंसते-हंसते रिश्तों की सच्चाई पर विचार करने लगें।
कुल मिलाकर ‘दे दे प्यार दे 2’ सिर्फ एक सीक्वल नहीं, बल्कि रिश्तों के बदलते नजरिए की अगली कड़ी लगती है। ट्रेलर देखकर लगता है कि फिल्म में एंटरटेनमेंट, इमोशन और रिलेशनशिप ड्रामा का पूरा मसाला मौजूद है। अब देखना ये है कि क्या ‘दे दे प्यार दे 2’ अपने पहले पार्ट जितना ही दिल छू पाएगी या नहीं।