दारा सिंह एक ऐसा नाम है जिसे भारतीय, खासकर एथलेटिक्स फैंस कभी नहीं भूल पाएंगे। उन्हें देश के सबसे महान पेशेवर पहलवानों में से एक माना जाता रहा है। खेल के अलावा उनका सिनेमा जगत से भी गहरा जुड़ाव रहा था। दारा सिंह ने अपने करियर में 175 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने 1980 में पंजाब के मोहाली में ‘दारा फिल्म स्टूडियो’ की स्थापना भी की थी। साथ ही कई मूवीज का निर्देशन भी किया।
फिल्मों के अलावा उन्होंने टेलीविजन धारावाहिक ‘रामायण’ में ‘हनुमान’ की भूमिका निभाकर घर-घर में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। आज भले ही दारा सिंह इस दुनिया में न हो, लेकिन उनके फैंस उन्हें खेल और सिनेमा के जरिए अभी भी उतना ही प्यार करते हैं। बता दें कि आज 19 नवंबर को उनकी 97वीं बर्थ एनिवर्सरी है। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं, उनकी लाइफ से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा।
घंटों भूखे रहते थे अभिनेता
अभिनेता दारा सिंह ने एक इंटरव्यू में बताया था कि शूटिंग के दौरान उनके चेहरे पर मोल्ड लगा रहता था और उस लुक को सेट करने के लिए तीन घंटे पहले से ही मेकअप शुरू हो जाता था। ऐसे में वह 8 से 9 घंटे तक कुछ नहीं खा पाते थे। इसके अलावा उस समय में वीएफएक्स की उतनी ज्यादा सुविधाएं भी नहीं हुआ करती थीं, इसलिए दारा सिंह को हनुमान बनने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ी थी।
पहले नहीं बनना चाहते थे हनुमान
वहीं, दिवंगत अभिनेता दारा सिंह के बेटे विंदु ने सिद्धार्थ कन्नन को दिए इंटरव्यू में बताया था कि पहले मेरे पिता ने ‘हनुमान’ का रोल करने से मना कर दिया था। उनका कहना था कि इस उम्र में अगर वह ये रोल करेंगे, तो लोग उन पर हंसेंगे, लेकिन दूसरी तरफ रामानंद सागर के दिल-दिमाग में दारा सिंह की ‘हनुमान’ के किरदार में इमेज फिट हो चुकी थी। विंदु ने बताया कि सपने में रामानंद सागर ने दारा सिंह को हनुमान के रोल में देखा था। इसके बाद उनके पिता भी इसके लिए मना नहीं कर पाए।
नींद में बोलते थे डायलॉग
इसके अलावा एक अन्य इंटरव्यू में विंदु ने बताया था कि दारा सिंह नींद में भी अपने टीवी शो के डायलॉग बोला करते थे। एक्टर ने बताया था कि उनके पिता नींद में हनुमान जी के डायलॉग बोलते थे, फिर उनकी मां उन्हें नींद से जगाकर याद दिलाती थीं कि शो को बंद हुए 10 साल हो चुके हैं।
