पश्चिम बंगाल में शनिवार को सातवें चरण के मतदान संपन्न हुए। देश में आई कोरोनावायरस की सुनामी के बीच बंगाल चुनावों में नेताओं की रैलियों में भारी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया जो कोरोना फैलने के लिए अनुकूल समय था। अब राज्य से संक्रमण की खबरें आने लगी है जिसके आंकड़े बेहद डरावने हैं। राजधानी कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है। रविवार देर रात तक चौबीस घंटों के दौरान करीब 16 हज़ार नए मामले सामने आए और 57 संक्रमितों की जान चली गई। इस स्थिति के लिए टीएमसी और बीजेपी एक- दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
न्यूज 18 के डिबेट शो, ‘आर पार’ में संबित पात्रा और TMC नेता मोहम्मद तौसीफ खान के बीच जोरदार बहस हो गई। पहले तो तौसीफ खान को बोलने का मौका नहीं दिया गया जिस वजह से वो शो की एंकर प्रीति रघुनंदन से उलझ गए और कहने लगे कि जब उन्हें बोलने नहीं दिया जाना है तो बुलाया ही क्यों जाता है।
एंकर ने जब उनसे सवाल पूछा कि आपकी सरकार ने कोई तैयारी नहीं की थी क्या तो गुस्से में टीएमसी नेता ने एंकर से कहा, ‘देखिए एंकर साहिबा मैं जानता हूं कि आपकी भी कुछ मजबूरी रहती है और यही वजह है कि आप 40 मिनट के डिबेट में अधिक वक्त संबित पात्रा को देती हैं। अभी सवाल ये है कि जिसकी गलती होती है उसे कम बोलना चाहिए और ज्यादा सुनना चाहिए। अभी संबित पात्रा के सुनने का वक्त है बोलने का नहीं।’
टीएमसी नेता ने आगे कहा, ‘अभी वो पिछले आधे घंटे से रिकॉर्डेड टेप की तरह बोले जा रहे हैं।’ इसी बीच शो की एंकर कहने लगीं कि जब आपको वक्त मिला है तो आप बोलने के बजाए संबित पात्रा पर आरोप लगा रहे हैं तो जवाब में तौसीफ खान बोले, ‘मैडम आप खामोश रहिए न। मुझे टाइम मिला है तो बोलने दीजिए। फिर आप बोल रही हैं। आपको मिर्ची क्यों लग रही है, मैं तो संबित पात्रा को कह रहा हूं। आप खामोश रहिए।’
वो बंगाल की स्थिति पर आगे बोले, ‘चुनाव आयोग को रिक्वेस्ट किया ममता बनर्जी ने कि 8 चरणों में चुनाव न हो, कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। बाकि के 3 चरणों को एक ही चरण में संपन्न किया जाए लेकिन बीजेपी वहां पहुंच गई, रोक दिया। संक्रमण चुनावी रैलियों और कुंभ मेला से फ़ैला है। आप बजाए डॉक्टर्स को सुनने के पात्रा को सुन रही हैं।’
उनकी इस बात पर संबित पात्रा ने कहा, ‘ये पात्रा को क्या होता है? ये कितने बदतमीज लोग हैं। आप गुस्सा मत होइए, तबियत खराब हो जाएगी। इनका कहना है कि ममता बनर्जी की कोई जिम्मेदारी नहीं है। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या ममता बनर्जी ने एक भी रैली नहीं किया?’