पेट्रोल के दाम में तेल कंपनियों ने लगातार सातवें दिन भी बढ़ोतरी की है। धनतेरस के दिन पेट्रोल की कीमत में 35 पैसे का इजाफा हुआ है। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 110 रुपए प्रति लीटर से अधिक में बिक रहा है। पेट्रोल के दाम को कांग्रेस प्रवक्ता ने ‘धन लूट योजना’ का नाम देते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। आज तक के डिबेट शो ‘हल्ला बोल’ में गौरव वल्लभ ने कहा कि बीजेपी धनतेरस के दिन भी तो ब्रेक ले लेती।
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘देश में बेरोजगारी की दर, 1 नवंबर 2021 को जो आंकड़ा आया CMI का, उसके अनुसार, 7.7 परसेंट है जो साल 2011-12 में 2 प्रतिशत हुआ करती थी। देश के बड़े दस राज्यों में बेरोजगारी की दर दस प्रतिशत से ज्यादा है। सुधांशु जी, अगर GST बहुत अच्छा जमा हो रहा है तो ये जो आपकी महत्वाकांक्षी ‘धन लूटन योजना’ है, जिसमें प्रतिदिन पेट्रोल डीजल के दाम 35 पैसे, जो आपने अपना एक लकी नंबर निकाल लिया है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘ये जो आप सुबह उठते हैं, अख़बार देखते हैं तो पेट्रोल के दाम बढ़ गए, डीजल के दाम बढ़ गए। जब जीएसटी में आपको इतना पैसा मिल रहा है, आपके टारगेट पूरे हो रहे हैं तो इस धन लूटन योजना को आपने धनतेरस के दिन भी लागू किया। अरे प्रभु दिवाली ब्रेक तो ले लेते, दिवाली की तो छुट्टी मना लेते तीन दिन की। आज भी धन लूटन योजना के तहत पेट्रोल के दाम 35 पैसे बढ़े।’
गौरव वल्लभ ने सवाल किया कि बीजेपी ये ‘धन लूटन योजना’ कब बंद करेगी? उनके सवालों के जवाब में सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘कोई भी राज्य सरकार हो, हमारी या इनकी, जीएसटी में कोई नहीं लाना चाहता पेट्रोल को… जिसको आप लूटन योजना कह रहे हैं, मैं कह रहा हूं कि सारी राज्य सरकारों की आय का सबसे बड़ा स्रोत पेट्रोल और डीजल से आने वाला टैक्स है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘100 रुपया अगर पेट्रोल का दाम है तो करीब 32-33 रुपया उसकी कीमत है। 32-33 रुपया केंद्र का राजस्व है और 38-40 रुपया राज्य सरकारों का है। वित्त आयोग की संस्तुति के अनुसार, उसमें से वापस 60 प्रतिशत राज्यों को दूसरे मद में चला जाता है। जो हमारे पास 33 है उसमें से करीब 17-18 रुपया वापस चला जाता है। कुल मिलाकर ये समझिए कि 100 रुपये में से 50-55 रुपया राज्यों को जाता है।’