70 और 80 के दशक में शत्रुघन सिन्हा और संजय खान दोनों ने बड़े नाम थे और दोनों ही अपनी शर्तों पर जीने वाले लोग रहे हैं। एक बाद एक पार्टी में दोनों के बीच बहस हो गई थी, जिसमें शत्रुघन सिन्हा ने अपना आपा खो दिया था और बात इतनी बड़ गई थी कि शत्रुघन ने संजय खान के घर पर फायरिंग तक कर दी थी। हाल ही में दिए इंटरव्यू में
एक्टर रंजीत ने उस घटना के बारे में खुलासा किया और ये भी बताया कि कैसे उन्होंने दोनों के बीच सुलह कराई थी, इसमें दिलीप कुमार ने भी उनकी मदद की थी।
विक्की लालवानी के साथ खास बातचीत में रंजीत ने कहा, “किसी सोशलाइट के घर पर पार्टी थी, जिसमें मुझे जाना था। संजय खान, जीनत अमान, शत्रुघ्न सिन्हा जैसे लोग वहां मौजूद थे। ये वो दौर था जब संजय का कारोबार अच्छा नहीं चल रहा था। जीनत के साथ उनका अफेयर अभी-अभी शुरू हुआ था। वो उनकी एक फिल्म में उनके साथ काम कर रही थीं और उनके लिए फाइनेंसेस भी संभाल रही थीं।”
हालांकि रंजीत उस पार्टी में शामिल नहीं हुए थे, लेकिन उन्हें इस घटना के बारे में एक दोस्त से पता चला, जिसने यह घटना देखी थी। रंजीत ने कहा, “मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि शत्रुघ्न सिन्हा ने संजय खान के गाल पर चुटकी काटी, जो उन्हें पसंद नहीं आया और उन्होंने इसके लिए उन्हें थप्पड़ मार दिया।”
उन्होंने आगे कहा, “इस बात से दोनों के बीच लड़ाई शुरू हो गई। पार्टी में शत्रुघन के साथ रिलेशनशिप में रह चुकी रीना रॉय भी मौजूद थीं। वो बहुत गुस्से में थीं। संजय ने उनसे भी लड़ाई की, इससे बात और बढ़ गई और फिर संजय ने कहा कि अगर तुम्हें इससे निपटना है तो चलो यहां से चले जाओ, हम किसी और की पार्टी बर्बाद नहीं कर सकते।
इसके आगे रंजीत ने कहा, “उस समय, बातचीत करने के लिए कोई फोन नहीं था। मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ था और मैं नहीं चाहता था कि वे उसे देखें। मैंने खुद को घर में बंद कर लिया। अचानक, मैंने गोलियों की आवाज सुनी। आखिरकार, उन्होंने हवा में गोलियां चलाईं और फिर वे संजय खान के घर गए, और वहां भी गोलियां चलाईं। ये सभी शत्रुघन के दोस्त थे। मैं बस उनके जाने का इंतजार कर रहा था ताकि मैं अपनी गर्लफ्रेंड को ड्रॉप कर सकूं।”
जैसे ही वो वहां से निकले मैं अपनी गर्लफ्रेंड को ड्रॉप करने के लिए भागा। जब मैं वापस आया तो मैंने संजय खान को अपने घर बैठे देखा। मैंने उसे पूछा तुम यहां क्या कर रहे हो? फिर उन्होंने मुझे पूरी कहानी सुनाई और वो बहुत गुस्से में था। वो कह रहा था, ये बेवकूफ 21वीं सदी में भी गोलीबारी कर रहे हैं, उन्होंने मेरे घर पर भी गोलीबारी की। वो शिकायत दर्ज कराना चाहता था। लेकिन, मैंने सलाह दी कि वो उनसे बात करे और मामले को सुलझाए और इसे पब्लिक न करे। वो मान गया लेकिन कहा, उसे मुझसे माफी मांगनी होगी वरना मैं केस दर्ज करा दूंगा।”
रंजीत ने बताया कि इसके बाद उन्होंने प्रकाश मेहरा को फोन किया और शत्रुघन सिन्हा को फोन किया और उन्हें कहा कि वो उनके घर आकर संजय से माफी मांगे और मामला खत्म करते। “प्रकाश और शत्रु दोनों मेरे घर पर इंतजार कर रहे थे, संजय अभी तक नहीं आए थे। उन्होंने देखा कि एक कार आ रही है जिसमें जीनत और एक वकील था। अचानक मैंने अपने घर के आसपास साइरन सुना तब मुझे लगा कि घर को पुलिस ने घेर रखा है। संजय ने पुलिस को बताया कि ये लोग उसे पीटने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं। फिर मुझे पुलिस से बात करनी पड़ी, आखिरकार मैंने संजय को अपने घर आने के लिए मना लिया। उसने शत्रुघ्न के बारे में और अपने करियर को बनाने के लिए उसने जो कुछ भी किया है, उसके बारे में मुझसे बहुत कुछ कहा। मुझे देर हो रही थी, इसलिए मैंने उन सभी को अपने घर पर छोड़ दिया और काम पर चला गया।”
उन्होंने आगे कहा, “शाम को मुझे पता चला कि प्रकाश मेहरा और शत्रुघ्न सिन्हा को सांताक्रूज़ पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। दिलीप कुमार को हस्तक्षेप करना पड़ा। अगले दिन समाचारों की हेडलाइन थीं: ‘रंजीत के घर पर हत्या की योजना बनाई गई थी’। हालांकि, आखिरकार मामला सुलझ गया।