CineGram: वीडियो में कादर खान मंच पर हैं और उनके साथ शक्ति कपूर खड़े नजर आ रहे हैं। कादर खान कह रहे हैं, “फिल्मों का स्टेंडर्ड बहुत हाई हुआ है, टेकनीक बहुत एडवांस हो गई है, कलर बहुत एडवांस हो गया है, एक्टिंग बहुत पावरफुल हो गई है। एक ही चीज खराब हो गई बस ‘जुबान’। उसका जिम्मेदार भी मैं हूं , कुछ बरसों पहले 15, 20 साल 17 साल पहले, मैंने गलत भाषा इस्तेमाल की फिल्मों में और वो कवायत ग्रामर बन गई और आज तक इस्तेमाल हो रही है।”

कादर खान ने आगे कहा, “लेकिन अब सोचता हूं कि वापस आऊं इंडस्ट्री में, फिर से वो जो उसकी ग्रामर है, उसको फिर से सुधारूं और ये मेरा जिम्मा है मैं आऊंगा, करूंगा और उसके बाद फिर इस जिंदगी से चला जाऊंगा या कहीं चला जाऊंगा। अल्लाह बेहतर जानता है।”

बता दें कि कादर खान इंडस्ट्री के वो एक्टर थे, जो चुटकियों में हर तरह का किरदार कर देते थे। उनका जन्म 22 अक्टूबर 1937 को काबुल में हुआ था और जब वो बहुत छोटे थे तभी उनके माता-पिता काम की तलाश में मुंबई आ गए थे। उन्होंने इस्माइल युसूफ कॉलेज से ग्रेजुएशन और फिर सिविल इंजीनियरिंग की थी। वो कॉलेज में नाटक करते थे और इसके अलावा उन्होंने बतौर सिविल इंजीनियर प्रोफेसर भी काम किया।

एक बार कॉलेज के एनुअल डे पर उनके एक नाटक को हर कैटेगरी में अवॉर्ड मिला। ये बात दिलीप कुमार को पता चली और उन्होंने कादर खान के इस नाटक को देखने की इच्छा जाहिर की। दिलीप कुमार ने जब उनका नाटक देखा तो उन्हें कादर खान की एक्टिंग खूब पसंद आई और तुरंत उन्हें अपनी दो फिल्मों में साइन कर लिया। ऐसे कादर खान का फिल्मी सफर शुरू हुआ था।

कादर खान ने अपने एक्टिंग करियर में 300 से ज्यादा फिल्में की थी और 250 से ज्यादा फिल्मों के डायलॉग लिखे थे। उन्होंने अमिताभ बच्चन की फिल्मों के भी डायलॉग लिखे थे।

बता दें कि कादर खान का जीवन बहुत स्ट्रगल भरा रहा है, उन्होंने बचपन में बहुत गरीबी में दिन बिताए। लेकिन बड़े होने तक वो खुद को इस काबिल बना चुके थे कि अपना घर चला सकें। उनके जीवन से जुड़े स्ट्रगल के बारे में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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