CineGram: दिलीप कुमार और मधुबाला की मुहब्बत के किस्से हर तरफ मशहूर हैं। फिल्मों में उनकी ऑनस्क्रीन जोड़ी हो या रियल लाइफ में उनका प्यार, हर किसी की जुबान पर उनके चर्चे थे। दोनों की मुलाकात साल 1951 में फिल्म ‘तराना’ के सेट पर हुई थी और पहले उनकी दोस्ती हुई और फिर उन्हें प्यार हो गया। मधुबाला ने पहले अपने प्यार का इजहार किया था और फिर 1955 में ‘इंसानियत’ फिल्म के प्रीमियर पर उन्होंने अपना रिश्ता ऑफिशियल कर दिया था। करीब 9 सालों तक सब कुछ अच्छा चलता रहा, लेकिन फिर अचानक कुछ ऐसा हुआ कि इनका रिश्ता हमेशा के लिए खत्म हो गया।
दरअसल मधुबाला अपने परिवार में कमाने वाली इकलौती शख्स थीं। वो 11 भाई बहन थे और उनके माता-पिता, सभी की जिम्मेदारी मधुबाला के कंधों पर थी। उनके पिता लाहौर में नौकरी करते थे, मगर जब नौकरी छूटी तो वो मुंबई आ गए और फिर ऐसे ही धीरे-धीरे मधुबाला को हिंदी सिनेमा में काम मिलने लगा और इसी के साथ शुरू हुई दिलीप कुमार संग उनकी लव स्टोरी। मगर मधुबाला के पिता शुरू से ही इस रिश्ते के खिलाफ थे।
पिता नहीं चाहते थे बेटी आउटडोर शूटिंग के लिए जाए
1957 में आई फिल्म ‘नया दौर’ की शूटिंग होनी थी, जिसमें मधुबाला और दिलीप कुमार थे। बी.आर.चोपड़ा इस फिल्म की शूटिंग मध्यप्रदेश में करना चाहते थे, लेकिन मधुबाला के पिता इस बात पर अड़ गए कि उनकी बेटी दिलीप कुमार के साथ बाहर नहीं जाएंगी। हार कर मधुबाला को इस फिल्म के लिए मना करना पड़ा और उन्होंने अपना कॉन्ट्रैक्ट भी तोड़ दिया। मगर ये मामला यहीं खत्म नहीं हुआ, इस फिल्म के लिए वैजयंती माला को साइन किया और मधुबाला के खिलाफ कोर्ट का रुख किया। जिन लोगों को गवाही देनी थी उनमें दिलीप कुमार का भी नाम था और उन्होंने मधुबाला के खिलाफ गवाही दी थी।
दिलीप कुमार ने पूरा किस्सा कोर्ट में सुना दिया और मधुबाला इस बात से बहुत नाराज हुईं। उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि दिलीप कुमार उनके खिलाफ कुछ बोलेंगे, मगर उन्होंने धोखा दिया। इसके बाद खबर आई कि दिलीप कुमार ने मधुबाला पर उनके पिता के साथ रिश्ता तोड़ने का आरोप लगाया था और कहा था कि वो शादी के बाद काम नहीं करेंगी। इस बात को लेकर विवाद और बढ़ता गया और फिर रिश्ता टूट गया।
मधुबाला ने जिद में आकर किशोर कुमार से की थी शादी
मधुबाला ने फिर किशोर कुमार से शादी कर ली थी, मगर कुछ ही सालों बाद उन्होंने दिल की बीमारी के कारण इस दुनिया को अलविदा कह दिया। मधुबाला की बहन मधुर ने इंटरव्यू में इस बात को कबूल किया था कि दिलीप कुमार को भुलाने के लिए उन्होंने किशोर कुमार से शादी की थी। साथ ही ये भी कहा कि किशोर कुमार एक अच्छे पति नहीं थे, आखिरी वक्त में उन्होंने मधुबाला को अकेला छोड़ दिया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
बहन ने बताई थी सच्चाई
मधुर ने बताया था कि उनके पिता ने मधुबाला से कहा था कि शादी जैसा बड़ा फैसला लेने से पहले वो अपने इलाज को पूरा कर लें, मगर वो नहीं मानीं। मधुर ने कहा था, “मधुबाला ने जिद में आकर किशोर कुमार से शादी की थी, जिससे वो दिलीप साहब को जवाब दे सके। उन्होंने 1960 में शादी की थी, जब वो 27 साल की थीं।” ये वो वक्त था जब मधुबाला बीमारी के कारण काफी कमजोर हो गई थी, मगर जीवन में आगे बढ़ने के लिए उन्होंने किशोर से शादी कर ली थी।
जब डॉक्टरों ने बता दिया था कि मधुबाला की हालत खराब है तो किशोर कुमार ने उन्हें इग्नोर करना शुरू कर दिया था। मधुर ने इस बारे में बताते हुए कहा, “डॉक्टर के अनुमान के बाद कि उसके पास सीमित समय बचा है, किशोर भाई उसे मुंबई के कार्टर रोड में एक घर ले आए और उसे केवल एक नर्स और एक ड्राइवर के साथ वहां अकेला छोड़ दिया। वो कुछ महीनों में एक बार आते थे। उन्होंने उसके फोन कॉल्स को नजरअंदाज कर दिया था।” मधुर ने खुलासा किया कि एक समय मधुबाला से बेहद प्यार करने के बावजूद किशोर कुमार ने उनके लंदन से लौटने के बाद उनसे दूरी बना ली। उन्होंने कहा, “वह एक अच्छे पति नहीं थे।”
मधुबाला से प्यार नहीं करते थे किशोर कुमार
बताया जाता है कि इस रिश्ते में भी मधुबाला के पिता के कारण परिवार में मतभेद हो गए थे। साथ ही धार्मिक मतभेद भी इनके रिश्ते के खराब होने का कारण बना। अपने एक इंटरव्यू में किशोर कुमार ने ये तक कह दिया था कि उन्होंने मधुबाला से कभी प्यार ही नहीं किया था। क्योंकि मधुबाला के पति बनने से पहले किशोर कुमार, दिलीप कुमार के दोस्त थे तो उन्होंने ये भी कहा था कि उनके लिए मधुबाला, दिलीप कुमार की गर्लफ्रेंड ही थीं और उन्होंने ही जिद करके किशोर से शादी की थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें…
दिलीप कुमार ने सायरा बानो से की थी शादी
मधुबाला से अलग होकर फिर दिलीप कुमार की मुलाकात 1960 में एक फिल्म के सिलसिले में सायरा बानो से हुई। सायरा बानो और दिलीप कुमार की उम्र में 22 साल का अंतर था। दोनों के बीच प्यार हुआ भी और फिर उन्होंने 1966 में दोनों ने शादी कर ली।
कब्र पर जाकर रोते थे मधुबाला के पिता
साल 1969 तक मधुबाला की तबीयत खराब होने लगी और डॉक्टरों ने भी कह दिया कि उनके पास ज्यादा समय नहीं है। अपने 36वें जन्मदिन से ठीक 9 दिन पहले ही मधुबाला का निधन हो गया। बेटी के निधन के बाद उनके पिता, जिन्होंने अपने हिसाब से मधुबाला का जीवन चलाने की कोशिश की थी, बहुत पछताए थे। इसके अलावा, दिवंगत अभिनेत्री और टॉक शो होस्ट तबस्सुम ने बताया था कि मधुबाला के पिता गहरे दुख में थे और रोजाना उनकी कब्र पर जाते थे, उनके पसंदीदा फूल लाते थे और रोते थे।