CineGram: बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर्स में से एक ओम पुरी भले ही इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनके काम को आज भी लोग याद करते हैं। ओम पुरी ने न केवल हिंदी के साथ-साथ अन्य भाषाओं जैसे गुजराती, कन्नड़ आदि में भी काम किया था। इतना ही नहीं हॉलीवुड मूवीज में भी वो एक्टिंग किया करते थे। उन्होंने अपने जीवन में खूब नाम कमाया, लेकिन एक वक्त ऐसा था जब उन्हें गुजारा करने के लिए लोगों के झूठे बर्तन तक धोने पड़ते थे।
ओम पुरी ने लाइफ में बहुत स्ट्रगल किया था और इसके बारे में खुद अभिनेता ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था। ओम पुरी ने कहा था कि जब वो छोटे थे तो उनके घर के हालात बहुत खराब थे। 5 साल की उम्र में वह रेल की पटरी से कोयला बीना करते थे। फिर जब वो 7 साल के हुए तो उन्होंने चाय की दुकान में काम करना शुरू किया। वहां वो चाय के झूठे गिलास धोया करते थे।
ऐसे-ऐसे करते समय बीतता गया और फिर उन्होंने अपने एक्टिंग के जुनून को पूरा करने के लिए नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया। वह बहुत साधारण दिखते थे, उनके चेहरे पर दाग भी थे तो उन्हें लुक्स को लेकर लोगों की बातें भी सुननी पड़ती थी। शबाना आजमी तक ने उन्हें बदशक्ल कहा था। ये बात उन्होंने अनुपम खेर के टॉक शो ‘द अनुपम खेर शो’ में बताई थी।
ओम पुरी ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत कन्नड़ फिल्म से की थी, ये फिल्म 1975 में आई थी। फिर ऐसे ही उनके लिए बॉलीवुड का रास्ता खुला और वो हिंदी सिनेमा के शानदार अभिनेता बनकर उभरे। ओम पुरी ने ‘अर्ध सत्य’ और ‘आक्रोश’ जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड, पद्मश्री और लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया था।
उस वक्त उनकी छवी एक बोल्ड एक्टर की भी बन गई थी। क्योंकि ‘आस्था’ में उन्होंने रेखा के साथ काफी बोल्ड सीन किया था। इस फिल्म में दोनों के कई इंटीमेट सीन थे, जिन्होंने सनसनी मचा दी थी।