CineGram: 50 और 60 के दशक की एक्ट्रेस नूतन अपने जमाने की वो एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने सबसे ज्यादा फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते थे। इतना ही नहीं वो पहली भारतीय एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने मिस इंडिया का खिताब जीता था। वो ऐसी एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने प्रेग्नेंसी में भी काम किया था और हर एक्टर उनके साथ काम करने की इच्छा रखता था। इतना ही नहीं, शम्मी कपूर और राजेंद्र कुमार उनके दीवाने थे। राजेंद्र कुमार ने तो शादी के लिए उनके घर रिश्ता भी भेजा था। मगर नूतन ने रजनीश बहल से शादी की थी। उनकी शादी के बाद भी उनका नाम संजीव कुमार के साथ जुड़ गया था और ये बात अखबार में भी छपने लगी थी। जिससे नाराज होकर एक बार नूतन ने संजीव कुमार को सबके सामने थप्पड़ मार दिया था।

कैसे शुरू हुआ था नूतन का एक्टिंग करियर?

नूतन ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट 1945 में आई फिल्म ‘नल दमयंती’ में काम किया था। इसके बाद 1950 में उनकी अगली फिल्म ‘हमारी बेटी’ आई, इस वक्त वह 14 साल की थीं। इसके बाद उनकी रुचि मॉडलिंग में हुई और उन्होंने 1952 में मिस इंडिया का खिताब जीता। ये टाइटल जीतने वाली वो पहली इंडियन एक्ट्रेस थीं। दरअसल नूतन, शोभना की बेटी थीं, उनकी मां फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक रखती थीं, इसलिए बचपन से ही नूतन को फिल्मों का शौक था।

बालिग होने तक नूतन ने किया था इन फिल्मों में काम

नूतन जब तक बालिग होतीं, उन्होंने कई फिल्मों में काम कर लिया था। इनमें ‘हमलोग’, ‘शीशम’, ‘परबत’ और ‘आगोश’ शामिल है। इन फिल्मों के बाद वो लंदन चली गईं, लेकिन वापस आकर फिर उनका फिल्मी करियर शुरू हो गया। इसके बाद वो एक के बाद एक बेहतरीन फिल्मों में नजर आईं।

नूतन ने साल 1959 में लेफ़्टिनेंट कमांडर रजनीश बहल से शादी कर ली थी। आमतौर पर शादी के बाद एक्ट्रेसेस का करियर खत्म हो जाता है, लेकिन नूतन के मामले में ऐसा नहीं हुआ। नूतन को ना केवल काम मिलता था, बल्कि उन्हें स्ट्रॉन्ग रोल मिलते थे, जो हीरो के बराबर होते थे। वह इंडस्ट्री के हर बड़े स्टार के साथ काम करती रहीं, फिर अचानक उनका नाम संजीव कुमार के साथ जुड़ा।

फिल्म ‘देवी’ में दोनों ने साथ में काम किया था। बताया जाता है कि शुरुआत में दोनों की खास बातचीत नहीं होती थी, मगर बाद में दोनों के बीच दोस्ती हो गई। दोनों इतने अच्छे दोस्त बन गए कि उनके अफेयर की चर्चा होने लगी। ये खबर जब नूतन के पति के कानों तक पहुंची तो वो नाराज हुए। दोनों के बीच अक्सर इस बात को लेकर झगड़ा होने लगा। इसके बाद मैगजीन में भी दोनों के अफेयर की खबर छपी, जिसे नूतन ने पढ़ा तो वो गुस्से से आग बबूला हो गईं। उन्हें लगा कि संजीव कुमार ने जानबूझकर ऐसा कराया है, वो गईं और संजीव कुमार को थप्पड़ जड़ दिया।

शम्मी कपूर करना चाहते थे शादी

शम्मी कपूर और नूतन बचपन से एक दूसरे को जानते थे और शम्मी उन्हें पसंद भी करने लगे थे। कहा जाता है कि दोनों ने एक दूसरे को डेट भी किया था और वो एक दूसरे से शादी भी करना चाहते थे। नूतन की मां शोभना को उनका रिश्ता मंजूर था, मगर उनके परिवार के करीबी एक्टर मोतीलाल ने इस रिश्ते को तुड़वा दिया। वह नहीं चाहते थे कि नूतन, कपूर परिवार की बहू बनें।

राजेंद्र कपूर भी थे दीवाने

नूतन की सादगी और खूबसूरती का हर कोई दीवाना था। अभिनेता राजेंद्र कुमार भी उन्हें प्यार करने लगे थे। वो उनसे शादी भी करना चाहते थे और उन्होंने नूतन की मां शोभना से उनका हाथ भी मांगा था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था। बताया जाता है कि जब राजेंद्र कुमार ने शोभना के सामने उनकी बेटी नूतन से शादी करने का प्रस्ताव रखा तो उन्होंने उन्हें बेइज्जत किया और शादी के लिए ना कह दिया। राजेंद्र रियल लाइफ में तो नूतन को अपनी पत्नी नहीं बना पाए, लेकिन फिल्म ‘साजन बिना सुहागन’ में वो नूतन के पति बने थे।

दिलीप कुमार की दीवानी थीं नूतन

नूतन, दिलीप कुमार की बड़ी फैन थीं और उनके साथ काम करना चाहती थीं। दोनों ने साथ में 1953 में आई फिल्म ‘शिकवा’ में काम किया था, लेकिन फिल्म पूरी नहीं हो पाई। इसके बाद सुभाष घई ने अपनी फिल्म ‘कर्मा’ में दोनों को साथ में कास्ट किया और इनकी जोड़ी हिट रही।

बता दें कि 60 के दशक में नूतन ने ये साबित कर दिया था कि शादी के बाद महिलाएं काम नहीं कर सकतीं या शादी के बाद एक्ट्रेसेस का करियर खत्म हो जाता है। उन्होंने अपना काम जारी रखा, बल्कि मां बनने के बाद चार फिल्मफेयर अवॉर्ड भी जीते। नूतन के लिए कहा जाता है कि वो आंखों से ही अपने इमोशन बयां कर दिया करती थीं। उन्हें डायलॉग की जरूरत नहीं होती थी, वो कम बोलते हुए भी फिल्म की सारी लाइमलाइट ले जाती थीं।

नूतन कोई साधारण एक्ट्रेस नहीं थीं, इंटरनेशनल मैगजीन फोर्ब्स में उनके निधन के 1 दशक बाद ‘भारतीय सिनेमा के 25 महानतम अभिनय प्रदर्शनों’ की सूचि में उन्हें शामिल किया गया था।  देव आनंद ने एक बार कहा था, “नूतन उन कुछ अभिनेत्रियों में से एक थीं जिनके साथ कोई भी समझदारी भरी बातचीत कर सकता था।”