CineGram: हिंदी सिनेमा के महान एक्टर नाना पाटेकर का आज जन्मदिन है और वो 74 साल के हो गए हैं। इस उम्र में भी उनकी एक्टिंग और एनर्जी उतनी ही है जितनी 1994 में आई फिल्म ‘क्रांतिवीर’ के वक्त थी। इस वक्त नाना पाटेकर अपनी फिल्म ‘वनवास’ को लेकर चर्चा में है, ये फिल्म भले ही बॉक्स ऑफिस पर कमाल न दिखा पा रही हो, लेकिन इसमें नाना पाटेकर की एक्टिंग को खूब सराहा जा रहा है। उन्होंने अपने करियर में हमेशा ही बेहतरीन फिल्में की हैं, जिनमें ‘परिंदा’ और ‘क्रांतिवीर’ भी शामिल हैं। मगर फिल्मों में सीन को रियल दिखाने के चक्कर में नाना पाटेकर दुर्घटना का शिकार हो गए थे।

जी हां! इन दोनों फिल्मों की शूटिंग के दौरान नाना पाटेकर आग में झुलस गए थे और इसके बारे में खुद नाना पाटेकर ने अपने इंटरव्यू में बताया था। दोनों ही फिल्मों में ऐसे सीन थे, जिनमें वो आग की चपेट में आ जाते हैं और उन्हें फिल्माते समय सचमुच उनके साथ कुछ ऐसा ही हुआ था। लल्लन टॉप के साथ खास बातचीत में नाना पाटेकर ने उन हादसों के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि ‘परिंदा’ के क्लाइमेक्स में वो जल गए थे, उनकी स्किन और दाढ़ी भी जल गई थी, जिसे ठीक होने में बहुत समय लग गया था और वो एक साल तक काम नहीं कर पाए थे। वहीं ‘सलाम बॉम्बे’ के वक्त उन्हें चाकू लग गया था।

घटना की कहानी नाना पाटेकर की जुबानी

नाना पाटेकर ने बताया था कि फिल्म में जो जैकी श्रॉफ का रोल था, वो पहले उन्हें ही ऑफर हुआ था। इसके बाद उन्हें रिप्लेस करने के बाद अन्ना का रोल दिया गया। फिल्म के क्लाइमेक्स में उनके किरदार को जलते हुए दिखाया गया था और ये सच में हो गया। शूट करते वक्त उन्हें आग लग गई और एक महीने तक वो बेड पर रहे। एक्टर ने कहा था, “आग असली थी और मैं सच में चल रहा था। उस शूट के बाद मैं एक साल तक कुछ नहीं कर पाया। मैं 60 दिनों तक अस्पताल में भर्ती था। जिस सीन में मैं खुद को आग से बचाने की कोशिश कर रहा था, मैं वास्तव में उस वक्त जल रहा था। मेरी पूरी त्वचा निकल गई थी, कुछ नहीं बचा था। कोई दाढ़ी हीं बची थी, मूछे, आइब्रो, पलके कुछ नहीं बचा था। 6 महीने तक मैं रेस्ट पर था।”

गलती से हुआ था हादसा

नाना पाटेकर ने आगे कहा था, “ये कोई जोखिम नहीं था जो मैंने उठाया, यह एक दुर्घटना थी। आपको जलने में कितना समय लगता है? जलने में आपको मुश्किल से पांच सेकंड का समय लगता है। उन पांच सेकंड में, मैंने जो कुछ भी बताया वह सब जल गया था। पहले टेक में हमने तीन बाल्टी डाली, दूसरे में हमने 14 बाल्टी डाली, इसलिए आग तेज। हालांकि, यह एक दुर्घटना थी, ऐसा नहीं था कि विनोद मुझे जलाना चाहते थे। ये बस हो गया।”

शूट के दौरान लग गया था चाकू

नाना पाटेकर ने इसके बाद फिल्म ‘सलाम बॉम्बे’ के दौरान हुई दुर्घटना को भी याद किया। उन्होंने कहा, “आपको वो सीन याद है जहां एक आदमी आता है और मुझे चाकू मार देता है? उस सीन के लिए उन्होंने मेरी कमर पर टायर बांध दिया था, लेकिन जितनी ताकत से लड़के ने मुझ पर वार किया, असल में चाकू मुझे ही लगा और मेरा खून बह रहा था। उन्होंने सोचा, ‘क्या एक्टिंग की है’। इस तरह की दुर्घटनाएं होती रहती हैं।”

ये उनकी पुरानी फिल्मों से जुड़े किस्से हैं, मगर इस वक्त जिस फिल्म को लेकर वो चर्चा में हैं वो है ‘वनवास’, इस फिल्म का रिव्यू पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…