‘बूट पॉलिश’, ‘जागते रहो’ और ‘नया दौर’ जैसी फिल्मों में बाल कलाकार के रूप में अभिनय करने वालीं एक्ट्रेस डेजी ईरानी को भला कौन नहीं जानता। 50 के दशक में बॉलीवुड में डेज़ी ईरानी ने एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर अपने करियर की शुरुआत की थी। एक्ट्रेस ने अपने दौर के लगभग हर बड़े सुपरस्टार के साथ किया है। डेज़ी ईरानी रिश्ते में फराह खान, साजिद खान और फरहान अख्तर की मौसी लगती हैं। डेजी ईरानी ने एक बार खुलासा किया था कि उनका बचपन में एक जानकार शख्स ने रेप किया था। इस  वह उन्हें बेल्ट से बुरी तरह पीटता था।

6 साल की उम्र में हुआ रेप

डेज़ी ईरानी 50 के दशक की सबसे पॉपुलर और महंगी चाइल्ड आर्टिस्ट रहीं। डेजी का जलवा ऐसा था कि जिस भी फिल्म में होती, उसे तगड़ी ओपनिंग मिलती। डेज़ी ईरानी ने मिड डे से बात करते हुए बताया था कि डेजी ने बताया था कि उनका रेप जिस शख्स ने किया था, वह उनका गार्डियन था। उन्होंने कहा था कि जिस इंसान ने मेरा रेप किया था वो मेरा गार्डियन था। वो मेरे साथ चेन्नई में फिल्म ‘हम पंछी एक डाल के’ की शूट पर आया था, जो मद्रास में चल रहा था। एक रात होटल के कमरे में उसने मुझे बुरी तरह मारा। मुझे बेल्ट से पीटा और धमकी दी कि अगर मैंने कभी किसी कुछ बताया तो वो मुझे जान से मार देगा।’

वह मुझे बेल्ट से पीटता था

एक्ट्रेस ने आगे कहा था कि ‘वो इंसान अब मर चुका है। वह मशहूर सिंगर जोहराबाई अंबेलवाली का रिश्तेदार था। जाहिर है उसके फिल्म इंडस्ट्री में काफी कॉन्टैक्ट थे। मेरी मां मुझे स्टार बनाने पर अड़ी हुई थीं। मैंने मराठी फिल्म ‘बेबी’ से डेब्यू किया था। इसलिए नज़र अंकल मेरे साथ ‘हम पंछी एक डाल के’ फिल्म के शूट पर गए थे। अब बस धुंधली-सी यादें हैं। लेकिन इतना जरूर याद है कि मुझे मारा था, जिसके बाद दर्द हो रहा था। वो मुझे बेल्ट से पीट रहा था।’

मां ने जबरन फिल्मों में डाल दिया

वहीं एक्ट्रेस ने आगे कहा था कि ‘इस घटना के अगले ही दिन में शूटिंग पर चली गई और ऐसे शूट किया कि जैसे कुछ हुआ ही ना हो। मैं काफी समय तक इस घटना के बारे में किसी को भी बताने की हिम्मत नहीं जुटा पाईं। लेकिन कहीं से मेरी मां को पता चल गया पर उन्होंने कुछ एक्शन नहीं लिया। मैं अपनी मां से प्यार करती थी, लेकिन मुझे अपनी मां से नफरत हो गई थी। जब मैं 4 साल की थी तो जबरदस्ती उन्होंने फिल्म में डाल दिया। मुझे कई शिफ्ट में काम करना पड़ता था। जब हम बच्चे थे तो हमारी लाइफ कभी न खत्म होने वाली एक ब्लैक कॉमेडी की तरह थी।’

डायरेक्टर की थी बुरी नजर

डेजी ने कहा था कि ‘जब मैं 15 साल की था, तब मेरी मां ने मुझे साड़ी पहनाई और मुझे निर्माता मल्लिकचंद कोचर के साथ अकेला छोड़ दिया, जो उस समय मेरे हुज़ूर नामक एक फिल्म की योजना बना रहे थे। उन्होंने मुझे सोफे पर बिठाया और मुझे छूना शुरू कर दिया। मुझे पता था कि उसके दिमाग में क्या था। मैंने ब्लाउज में लगे पैड स्पंज निकालकर उस प्रोड्यूसर को थमा दिए। वह काफी गुस्सा हुए थे। हालांकि इस घटना के बाद डेज़ी ईरानी ने फिल्मों में काम करना जारी रखा और फिर शादी के बाद 1971 में फिल्मों में काम करना बंद कर दिया।’