CineGram: मधुबाला का जन्म 14 फरवरी 1933 को हुआ था और 23 फरवरी 1969 में उनका निधन हो गया था। आज मुधबाला की बर्थ एनिवर्सरी है और इस मौके पर हम आपको उनके जीवन के कुछ पहलुओं से रूबरू कराने जा रहे हैं। मधुबाला 50-60 के दशक की बेहतरीन अदाकारा रही हैं, जिनकी लाइफ उतार-चढ़ाव से भरी रही। उनका नाम कई लोगों के साथ जुड़ा और उन्होंने शादी भी की, लेकिन अपने आखिरी वक्त में वो अकेली ही रह गईं।

मधुबाला पूरी जिंदगी सच्चे प्यार के लिए तरसी थीं। उनकी प्रेम कहानियां आज भी याद की जाती हैं, सबसे पहले उनका नाम एक्टर प्रेमनाथ के साथ जुड़ा था, मगर रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों का रिश्ता केवल 6 महीने ही टिक पाया। इसके बाद मधुबाला को एक बार फिर प्यार हुआ और जिनसे उन्हें प्यार हुआ वो कोई और नहीं बल्कि दिलीप कुमार थे। दोनों का रिश्ता 9 साल तक चला था, लेकिन बाद में वो अलग हो गए।

मधुबाला ने किशोर कुमार से शादी की थी, मगर जब उनका आखिरी वक्त था तो किशोर कुमार उनके साथ नहीं थे। किशोर कुमार ने अपनी पहली पत्नी से तलाक लेने के बाद मधुबाला से शादी की थी। दोनों ने एक साथ फिल्म ‘चलती का नाम गाड़ी’ और ‘हाफ टिकट’ में काम किया था। किशोर कुमार उस वक्त मधुबाला की जिंदगी में आए थे, जब वो दिलीप कुमार से अलग होने से दुखी थीं।

वैसे तो मधुबाला को बचपन से वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफ़ेक्ट (VSD) नाम की बीमारी थी, लेकिन उन्हें इसके बारे में तब पता चला जब वो फिल्म ‘बहुत दिन हुए’ की शूटिंग कर रही थीं। इस फिल्म के सेट पर टूथब्रश करते समय उनके मुंह से खून आया था, इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया था और उनकी बीमारी का पता चला था।

मधुबाला की सेहत बिगड़ने लगी और वो बहुत दर्द में थीं। मधुबाला को इलाज के लिए लंदन गई थीं, इससे पहले ही किशोर कुमार ने उन्हें प्रपोज किया था। मधुबाला की बहन मधुर भूषण ने ईटाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में किशोर कुमार और मधुबाला के रिश्ते को लेकर बात की थी।

ऐसे हुई थी मधुबाला और किशोर कुमार की शादी

मधुर ने बताया था कि उनके पिता ने मधुबाला से कहा था कि शादी जैसा बड़ा फैसला लेने से पहले वो अपने इलाज को पूरा कर लें, मगर वो नहीं मानीं। मधुर ने कहा था, “मधुबाला ने जिद में आकर किशोर कुमार से शादी की थी, जिससे वो दिलीप साहब को जवाब दे सके। उन्होंने 1960 में शादी की थी, जब वो 27 साल की थीं।” ये वो वक्त था जब मधुबाला बीमारी के कारण काफी कमजोर हो गई थी, मगर जीवन में आगे बढ़ने के लिए उन्होंने किशोर से शादी कर ली थी।

किशोर कुमार ने नहीं उठाए थे मधुबाला के फोन कॉल

जब डॉक्टरों ने बता दिया था कि मधुबाला की हालत खराब है तो किशोर कुमार ने उन्हें इग्नोर करना शुरू कर दिया था। मधुर ने इस बारे में बताते हुए कहा, “डॉक्टर के अनुमान के बाद कि उसके पास सीमित समय बचा है, किशोर भाई उसे मुंबई के कार्टर रोड में एक घर ले आए और उसे केवल एक नर्स और एक ड्राइवर के साथ वहां अकेला छोड़ दिया। वो कुछ महीनों में एक बार आते थे। उन्होंने उसके फोन कॉल्स को नजरअंदाज कर दिया था।” मधुर ने खुलासा किया कि एक समय मधुबाला से बेहद प्यार करने के बावजूद किशोर कुमार ने उनके लंदन से लौटने के बाद उनसे दूरी बना ली। उन्होंने कहा, “वह एक अच्छे पति नहीं थे।”

डिप्रेशन में थीं मधुबाला

अपने जीवन के आखिरी दिनों में मधुबाला डिप्रेशन में थीं। मधुर भूषण ने इस बारे में बताते हुए कहा था, “मधुबाला गहरे डिप्रेशन में चली गई थीं क्योंकि कोई उनसे मिलने नहीं आया था। एक समय पर इंडस्ट्री की जानी मानी हस्ती होने के बाद उन्हें जब वो बिस्तर पर थीं और उनके आखिरी दिनों में उन्हें काफी हद तक नजरअंदाज किया गया था। उन्होंने अपना ज्यादातर समय नाइटगाउन में बिताया।” मधुर ने कहा, लोगों के दिलों पर राज करने वाली मधुबाला ने अपने आखिरी दिनों में खुद को अकेला पाया था।

मधुबाला का निधन 36 साल की उम्र में हो गया था। अपने आखिरी समय में मधुबाला ने अपने प्यार यानी दिलीप कुमार से मिलने की इच्छा जताई थी और वो उनसे मिलने गए भी थे। दिलीप कुमार ने खुद इस बात का जिक्र अपनी किताब The Substance And The Shadow: An Autobiography में किया है।

सायरा बानो के बारे में बताते हुए दिलीप ने मधुबाला से जुड़ा किस्सा बताया है। उनकी किताब में लिखा है कि जब वो फिल्म ‘राम और श्याम’ की शूटिंग के लिए मदरास में थे, उन्हें मधुबाला का संदेश मिला था। किताब में लिखा है, “हमारे निकाह के बाद, जब हम मदरास में थे, मुझे मधुबाला का मैसेज मिला कि वो मुझे मिलना चाहती है। मैंने मुंबई आते ही सायरा को मैसेज के बारे में बताया, तभी सायरा ने कहा कि मुझे मधु से मिलना चाहिए।”

उन्होंने आगे लिखा है, “जब मैं मधु के घर गया तो मुझे यह देखकर दुख हुआ कि वह बहुत कमजोर लग रही थी। उसके चेहरे का पीलापन न केवल उसके खराब स्वास्थ्य के बारे में बता रहा था, बल्कि उसकी खूबसूरत मुस्कान भी एक प्रयास की तरह लग रही थी। वह मुझे देखकर खुश हुई और बोली, ‘हमारे शहजादे को उनकी शहजादी मिल गई है, मैं बहुत खुश हूं!”

मधुबाला ने उन्हें बुलाया था क्योंकि उन्हें कुछ सलाह की जरूरत थी। दिलीप कुमार ने इसके बारे में बताया, “वह कुछ निजी मामलों को लेकर चिंतित थी, जिन पर उसे मेरी सलाह की जरूरत थी और हमने उन पर तब तक चर्चा की जब तक वह कुछ हद तक संतुष्ट नहीं हो गई। फिर वह शांत हो गयी, वह आखिरी बार था जब मैंने उसे देखा था। 23 फरवरी 1969 को उनका निधन हो गया।” इस खबर को विस्तार में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…