‘जिद्दी’, ‘आन मिलो सजना’ समेत कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर चुकी दिग्गज एक्ट्रेस आशा पारेख ने अपने अभिनय से लाखों लोगों के दिलों पर राज किया है। 60-70 के दशक में एक्ट्रेस का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोलता था। हालांकि, उन्होंने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव भी देखे। एक ऐसा भी समय आया जब उन्हें ये तक कहा गया कि वह अच्छी एक्ट्रेस नहीं हैं, लेकिन उनकी एक मूवी ने सब बदल कर रख दिया।
हाल ही में फिल्मफेयर के साथ बातचीत करते हुए एक्ट्रेस ने यह भी कहा कि कभी भी लोगों पर सिर्फ दिखावे के आधार पर भरोसा न करें। व्यक्ति को अच्छी तरह से जानें, वरना वे आपको धोखा दे सकते हैं। याद रखें, महिलाएं पुरुषों की तुलना में ज्यादा पावरफुल, ज्यादा बुद्धिमान और मजबूत होती हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, वह अपनी सफलता का श्रेय किसी भी पुरुष को-स्टार को देने के बजाय खुद को देती हैं, उनका मानना है कि उन्होंने अपनी फिल्मों के निर्माताओं को किस्मत दी है।
मेरे नाम से बिकती थीं फिल्में
आशा पारेख ने इसके बारे में बात करते हुए कहा कि मैं यह नहीं कहूंगी कि मैं अपने हीरो के लिए भाग्यशाली थी, बल्कि मैं अपने निर्माताओं और डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए भाग्यशाली थी। मैं एकमात्र ऐसी हीरोइन थी जिसके नाम से फिल्में बिकती थीं। बता दें कि दिग्गज एक्ट्रेस अपने समय की सबसे ज्यादा भुगतान पाने वाली अभिनेत्री थीं।
जब फिल्ममेकर ने कही थी ये बात
एक्टिंग स्किल्स के लिए मशहूर होने से पहले आशा पारेख अपनी ग्लैमरस इमेज के लिए जानी जाती थीं। जब उन्होंने सिनेमा जगत में कदम रखा तो उनकी शुरुआती फिल्में असफल रही। ऐसे में कुछ फिल्म निर्माता का मानना था कि वह ‘स्टार मटेरियल’ नहीं हैं। ये सुनकर मुझे बुरा लगा, लेकिन फिर तुरंत बाद मुझे शम्मी कपूर के साथ फिल्म मिल गई।
नासिर हुसैन ने मुझे दिल देके देखो (1959) में कास्ट किया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और कई हिट फिल्में दी और यह साबित कर दिया कि मैं उतनी बेवकूफ नहीं थी, जितना लोग मुझे समझते थे। वहीं, अपने को-स्टार हीरो के साथ कभी भी रोमांटिक रूप से नहीं जुड़े होने पर, पारेख ने कहा कि मैं एक टॉमबॉय थी, खुशमिजाज… हर कोई मेरे साथ दोस्ताना व्यवहार करता था, लेकिन कोई भी मेरे साथ संबंध बनाने के बारे में कभी नहीं सोच सकता था। मुझे नहीं लगता कि वे मुझसे डरते थे। आप खुद को कैसे पेश करते हैं, आप कैसे व्यवहार करते हैं, यह मायने रखता है।