CineGram: अमिताभ बच्चन भले ही कितने ही बड़े सुपरस्टार हैं, लेकिन वो काफी सादगी से रहना पसंद करते है। मगर हमेशा से ऐसा नहीं था, एक समय ऐसा था जब वो जमकर शराब पिया करते थे, सिगरेट पीते थे और मांस खाया करते थे। खुद महानायक ने अपने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था और ये भी बताया था कि कैसे उन्होंने इन आदतों को एकदम छोड़ दिया। केवल अमिताभ ही नहीं उनकी मां तेजी बच्चन और पत्नी जया बच्चन भी मीट खाया करती थीं।
अमिताभ ने कहा था, “मैं स्मोक नहीं करता, पीता नहीं और मीट नहीं खाता। इसका धर्म से कुछ लेना देना नहीं है, सब स्वाद की बात है। मेरे परिवार में मेरे पिता शाकाहारी है और मेरी मां नहीं हैं। ऐसे ही जया खाती हैं और मैं नहीं खाता। मैं मीट खाया करता था, बल्कि मैं शराब और सिगरेट भी पीता था, लेकिन अब सब छोड़ दिया है। कलकत्ता में मैंने एक दिन में 200 सिगरेट पी थी, हां ये सच है 200, लेकिन फिर मुंबई आने के बाद मैंने छोड़ दी थी। मैं शराब भी पिया करता था और कुछ भी पी लेता था। हमें जो हाथ लग जाता था वो पी लेते थे लेकिन कुछ साल पहले मैंने तय किया कि मुझे इसकी जरूरत नहीं। मेरी आदतों से मुझे कोई परेशानी नहीं होती, अगर मैं विदेश मं शूट नहीं कर रहा हूं। वहां शाकाहारी खाना खोजना कठिन है।”
बहुत गुस्सैल हुआ करते थे अमिताभ बच्चन
अमिताभ बच्चन ने अपने शांत स्वभाव को लेकर बात की और बताया कि एक समय में उन्हें बहुत गुस्सा आता था। “मुझे नहीं लगता कि मैं खुद एक हिंसक व्यक्ति हूं। न ही मैं अक्सर अपना आपा खोता हूं। बेशक, कॉलेज के दिनों में मैं कुछ झगड़ों में पड़ गया, लेकिन बस इतना ही।”
बता दें कि अमिताभ बच्चन एक पार्टी एनिमल थे और उनकी इस आदत के बारे में ‘सत्ते पे सत्ता’ में बिग बी के साथ काम कर चुके सचिन पिलगांवकर ने खुलासा किया था। रेडियो नशा को दिए इंटरव्यू में सचिन ने इसके बारे में बात की औऱ बताया कि रातभर अमिताभ पार्टी करते थे और जया बच्चन उन्हें ढूंढती थीं।
मस्तीखोर इंसान रहे अमिताभ बच्चन
सचिन ने अमिताभ बच्चन के स्वभाव को लेकर भी बात की और बताया कि वो किसने मस्तीखोर रहे हैं। “हम लोग खूब मस्ती किया करते थे, ऐसा लगता था पिकनिक मना रहे हैं। हम सभी बहुत वाहियात लोग थे, सेट पर सिर्फ एक शरीफ इंसान थे वो अमिताभ बच्चन।”
अमिताभ बच्चन की पार्टी वाली बात को बताते हुए सचिन ने कहा, “हमारा समय बहुत बढ़िया था, हम बेस्ट फ्रेंड नहीं थे, बच्चन साहब थोड़ी दूरी बनाए रखते हैं, ये उनका स्वभाव है, उनके लिए मन में कुछ खटास नहीं है। किसी को इस तरह का भी होना चाहिए, जिससे कोई उनका दोस्त न बन पाए।”
सचिन ने बताया था कि फिल्म ‘सत्ते पे सत्ता’ के वक्त कुछ शीन कश्मीर में शूट होने थे, तब अमिताभ बच्चन आलीशान होटल में पत्नी जया के साथ रुके थे और बाकी के को-एक्टर्स दूसरे होटल में थे। मगर उनके साथ बिताने के लिए वो अपना होटल छोड़कर आ जाया करते थे। सचिन ने कहा, “जया जी और उनके बच्चे भी उनके साथ होटल में रुके थे। हर रोक पैकअप के बाद अमित जी अपनी कार में बैठकर हमारे साथ पार्टी करने आ जाते थे।” देर रात जया बच्चन उन्हें ढूंढा करती थीं। सचिन ने बताया कि अमिताभ बच्चन कहते थे कि जया जी को कॉल करो और बताओ की हम यहां हैं। वो 1-2 बजे तक अपने को-स्टार्स के साथ बातें करते थे। “वो हमारे साथ समय बिताना पसंद करते थे, ये उनके लिए काफी नया था।”
बिल्कुल नहीं बदले अमिताभ बच्चन
अक्सर ये कहा जाता है कि किसी मुकाम तक पहुंचने के बाद इंसान में घमंड आ जाता है, लेकिन अमिताभ बच्चन आज भी जमीन से जुड़े इंसान हैं। उनके स्वभाव की तारीफ एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी ने की थी। उन्होंने कहा, “अमिताभ बच्चन ने अपनी जिंदगी में बहुत स्ट्रगल किया है। वो बहुत कड़ी मेहनत के बाद सुपरस्टार बने हैं, लेकिन ये कहना सही नहीं होगा कि बड़े बनने के बाद वो बेहतर हो गए हैं। क्योंकि जब आपको इतना कुछ मिलता है तो आपका व्यवहार बिल्कुल बदल जाता है। तब आप दूसरों की मदद करने के बारे में भी नहीं सोचते हैं। भाई अमिताभ उनके लिए एक कार की व्यवस्था कराते थे, जो कि बच्चन को सेट से लेकर जाती थी। वो बहुत शांत किस्म के इंसान थे, अकेले बैठते थे और हेयरड्रेसर के साथ लंच करते थे।”
1989 में इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक लेख में, अमिताभ के ससुर तरुण कुमार भादुड़ी ने अभिनेता के बारे में अपने विचारों के बारे में लिखा था। उन्होंने लिखा था, “मुझसे अक्सर पूछा जाता है कि अमिताभ वास्तव में किस तरह के आदमी हैं। क्या वह आधुनिक जमाने का डॉन हैं, जो हमेशा मौज-मस्ती के लिए बाहर रहता है? सच तो यह है कि वह बिल्कुल विपरीत है। असल जिंदगी में अमित इंट्रोवर्ट हैं। वह तभी बात करते हैं जब बहुत जरूरी हो।”
उन्होंने अमिताभ बच्चन को शराब और मीट से दूर रहने वाला इंसान बताया था और कहा था कि वो धार्मिक हैं जो अक्सर गीता का पाठ करते हैं।