CineCrime: सिनेक्राइम में आज हम आपको एक ऐसी हीरोइन की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसे घर की देखभाल के लिए रखे नौकरों ने ही मौत की नींद सुला दिया था। हम बात कर रहे हैं मलयालम फिल्मों की एक्ट्रेस रानी पद्मिनी भी थीं, जिनकी न केवल हत्या हुई बल्कि उनका शव भी कई दिनों तक बाथरूम में सड़ता रहा। पद्मिनी की गलती सिर्फ इतनी थी कि उन्होंने बिना जांच किए ही अपने घर में नौकर रख लिए, जिन्होंने मिलकर पद्मिनी और उनकी मां की हत्या कर दी।

पद्मिनी 80 के दशक में मशहूर साउथ एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने मलयालम के साथ-साथ तमिल, कन्नड़ और तेलुगू फिल्मों में भी काम किया था। महज 24 साल की उम्र में घर के नौकरों ने उनकी हत्या कर दी थी और इस खबर से पूरी मलयालम इंडस्ट्री को गहरा झटका लगा था। बात 15 अक्टूबर, 1986 की है, पद्मिनी अपनी मां इंदिरा के साथ चेन्नई के अन्ना नगर में एक आलीशान घर में किराये पर रहा करती थीं। वह फिल्मों से इतना पैसा कमा चुकी थीं कि जिस बंगले में वह किराये पर रहती थीं उसे ही खरीदने वाली थीं, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

एजेंट खटखटाता रहा दरवाजा

घर खरीदने के लिए रानी ने रियल एस्टेट एजेंट से संपर्क किया था, लेकिन जब वो घर गया तो रानी ने दरवाजा नहीं खोला। एजेंट ने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो वह वापस लौटने लगा, लेकिन तभी उसे घर में से बदबू आने लगी। उसने दरवाजा खोलने की कोशिश की और हारकर वह अपने दोस्त के साथ रसोई के दरवाजे से अंदर घुस गया। अंदर उसने जो मंजर देखा उससे उसकी रूह कांप उठी। घर के अंदर रानी पद्मिनी और उसकी मां इंदिरा की लाश सड़ रही थी।

बाथरूम में सड़ रही थी मां-बेटी की लाश

घर के बाथरूम में दोनों लाश एक के ऊपर एक पड़ी थी और सड़ चुकी थी। सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची तो उनके भी होश उड़ गए। बताया जाता है कि दोनों शवों की हालत ऐसी थी कि उन्हें घर से भी नहीं निकाला जा सकता था, इसलिए पोस्टमार्टम भी उसी घर में करवाया गया था। रिपोर्ट में जो सामने आया था वो ये कि एक्ट्रेस और उनकी मां को चाकू गोदकर करीब चार दिन पहले मार दिया गया था।

एक्ट्रेस को 12 बार चाकू से गोदा गया था

रिपोर्ट्स की मानें तो पद्मिनी पर 12 बार चाकू से वार किया गया था और उनकी मां को 14 बार चाकू घोंपा गया था। बताया जाता है कि दोनों शवों को प्लास्टिक में लपेटकर जनरल अस्पताल की मॉर्चुरी में ले जाया गया, लेकिन कोई उन्हें लेने नहीं आया। करीब 10 दिन तक शव अस्पताल के मुर्दाघर में पड़े रहे, आखिर में एक मलयालम एक्टर ने दोनों शवों का अंतिम संस्कार किया था।

कैसे हुई थी मौत?

पद्मिनी ने अपनी कार चलाने के लिए एक ड्राइवर, घर की सुरक्षा के लिए एक वॉचमैन और एक घर में नौकर रखा था। पुलिस जांच में सामने आया था कि पद्मिनी का ड्राइवर एक क्रिमिनल था और गाड़ियां चोरी किया करता था। वॉचमैन उसी का दोस्त था। दोनों ने मिलकर घर के नौकर को भी अपने साथ मिला लिया और तीनों मिलकर पद्मिनी की हत्या की साजिश करने लगे थे। बताया जाता है कि एक रात उन्होंने पहले एक्ट्रेस की मां को 14 बार चाकू गोदकर उन्हें मौत के घाट उतारा और फिर पद्मिनी को भी मार डाला। हत्या को अंजाम देने के बाद तीनों पैसे, जेवर के साथ एक्ट्रेस की कार लेकर फरार हो गए थे।

पुलिस की छानबीन में तीनों का पता चला और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों को कोर्ट ने डबल मर्डर केस में मौत की सजा सुनाई थी। इनमें से एक की जेल में सजा काटते वक्त मौत हो गई थी और एक जेल से फरार हो गया था जबकि तीसरे की कोई जानकारी नहीं है।