30 अगस्त 1976 को जोधपुरी में जन्मीं बॉलीवुड एक्ट्रेस चित्रांगदा सिंह (Chitrangada Singh) कॉलेज के दिनों से ही डेयरिंग रही हैं। पारिवारिक परिवेश का असर उनपर काफी रहा। पिता निरंजन सिंह चहल कर्नल थे। लिहाजा उनकी परवरिश में आर्मी का पूरा माहौल समाया था। जब दिल्ली में कॉलेज (ग्रेजुएशन) करने आईं तो उनका आर्मी का परिवेश काफी काम आया और रैगिंग के दौरान उन्होंने वह सब किया जिसकी उम्मीद उनके सीनियर्स को नहीं थी।
दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी इरविन कॉलेज में जब वह ग्रेजुएश करने आईं तो उन्हें रैगिंग का सामना करना पड़ा। चित्रांगदा फर्स्ट ईयर में थीं। उनके सीनियर्स ने रैगिंग ली। कहा रोज़ उल्टी सलवार कमीज पहनन कर कॉलेज आना है और तेल से नहाई चालीस चोटियां बनानी हैं। चित्रांगदा से सीनियर्स ने ये भी कहा कि तुम्हें अपनी बुक्स बैग में नहीं बल्कि बाल्टी में डालकर हॉस्टल से कॉलेज जाना है।
बता दें चित्रांगदा को ये काम एक महीने तक करनी पड़ी थी। वह रोज कॉलेज उल्टी सलवार कमीज पहनकर आतीं। 40 चोटियां बनाकर आतीं जिसमें से तेल चूता रहता था। यही नहीं हॉस्टल से वह अपनी किताबें बाल्टी में ही भरकर क्लास में आती थीं। इसी दौरान उनको एक और डेयरिंग काम करना पड़ा था। वो था बाल्टी लेकर रैंप वॉक करना।
चित्रांगदा के एटिट्यूड को लेकर उनके सीनिर्स ने एक बार कॉलेज के ऑडिटोरियम में उनसे बाल्टी लेकर रैंप वॉक करने को कहा। चित्रांगदा भी इसे करके दिखाने का मन बना लिया और उन्होंने बाल्टी लेकर पूरे पेशेवर तरीके से रैंप वॉक किया जिसे देख उनको फिर कॉलेज के फैशन शो टीम में डाल दिया गया। यहीं से फिर चित्रांगदा के मॉडलिंग के करियर की शुरुआत हो गई।
गौरतलब है कि चित्रांगदा को सबसे पहला ब्रेक गुलजार ने अपने वीडियो एलबम ‘सनसेट पॉइंट’ में दिया। इसके बाद वह डीनो मोरिया के साथ म्यूजिक वीडियो– ‘कोई लौटा दे वो प्यारे प्यारे दिन’ में नजर आईं। यहीं से फिल्ममेकर सुधीर मिश्रा की नजर चित्रांगदा पर पड़ी। 2003 में सुधीर मिश्रा की फिल्म ‘हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी’ का हिस्सा बनीं और फिर वे सुधीर की चहेती हो गईं। मीडिया में फिर सुधीर मिश्रा और चित्रांगदा की नजदीकियों की खबरें भी आने लगीं। और इसका असर ये हुआ कि चित्रांगदा का उनके गोल्फर पति ज्योति रंधावा से तलाक हो गया। रंधावा को चित्रांगदा आठवीं क्लास से जानती थीं। ज्योति और चित्रांगदा के पिता एक ही कैंप में थे।
चित्रांगदा साल 2011 में ‘देसी बॉयज़’, साल 2013 में जॉन अब्राहम के साथ ‘आई मी और मैं’ और साल 2018 में तिग्मांशु धूलिया की ‘साहब बीवी और गैंगस्टर-3’ में भी दिखीं। वहीं साल 2015 ‘गब्बर इज़ बैक’ में कुंडी मत खड़काओ राजा गाने से खूब सुर्खियों रहीं। बता दें 2014 में उन्होंने संदीप सिंह की बॉयोपिक सुरमा को प्रोड्यूस भी किया था।

