Chhorii 2 Review in Hindi: साल 2021 में आई हॉरर फिल्म ‘छोरी’ के दूसरे पार्ट का इंतजार खत्म हो चुका है, ‘छोरी 2’ 11 अप्रैल को अमेजन प्राइम पर रिलीज हो चुकी है। इस बार कहानी और भी दिलचस्प है, क्योंकि अपने पेट में पल रहे जिस बच्चे के लिए नुसरत भरूचा ने पहले पार्ट में दरिंदों से लड़ाई की थी उसका जन्म हो चुका है और एक बार फिर उसकी जान खतरे में है।
फिल्म की कहानी
‘छोरी 2’ की शुरुआत नुसरत बरूचा के किरदार साक्षी के स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के साथ होती है, जिसके बाद आती है उसकी बच्ची की परेशानी। साक्षी की बेटी एक ऐसी बीमारी से जूझ रही है, जिसमें वो धूप बर्दाश्त नहीं कर सकती, इसलिए उसे हमेशा अंधेरे में रखा जाता है। अगर वो दिन के उजाले में घर से बाहर निकलती है तो उसके शरीर में छाले पड़ने लगते हैं। साक्षी स्कूल मैनेजमेंट से परमिशन मांगती है कि उसकी बेटी को घर से पढ़ाई करने दी जाए, लेकिन उसे परमिशन नहीं दी जाती। जिसके बाद वो अपनी बेटी को पूरी तरह कवर कर के स्कूल ले जाती है और फिर कहानी शुरू होती है और होती है पुसिल अफसर समर की एंट्री, जिसके घर में साक्षी पिछले 7 सालों से रह रही है। ये वो पुलिसवाला है जिसने 7 साल पहले साक्षी को उस डरावने गांव से बाहर निकाला था, जहां उसका पति राजबीर उसे ले गया था।
साक्षी समर का धन्यवद कहती है और फिर कहानी 7 साल पहले के फ्लैशबैक में पहुंच जाती है। जब साक्षी अपने बेवफा पति के साथ प्रेग्नेंसी में उसके गांव जाती है और वहां उसके साथ अजीबोगरीब घटनाएं होती हैं। कभी उसे डरावनी औरतें दिखती हैं तो कभी चीखें सुनाई देती हैं और कभी बच्चे इधर से उधर भागते नजर आते हैं। उस गांव जहां उसके पति और उसके घरवालों ने उसे प्रताड़ना दी थी।
क्या है फ्लैशबैक की स्टोरी?
फिल्म में गशनीर महाजन ने पुलिस अफसर समर का किरदार निभाया है। फ्लैशबैक स्टोरी में दिखाया है कि साक्षी अपने ससुराल वालों और पति राजबीर को मारकर रानी के साथ पुलिस स्टेशन पहुंचती है और सरेंडर कर देती है। मगर जब वो क्राइम सीन पर जाते हैं तो उन्हें कोई सबूत या डेड बॉडी नहीं मिलती है तभी साक्षी को लेबर पेन शुरू होता है और वो बेटी को जन्म देती है।
उस बात को कई साल बीत चुके हैं लेकिन साक्षी के मन में अब तक वो डर बैठा हुआ है, जो गलत नहीं है। क्योंकि वो डरावनी चीजें अब तक उसका पीछा नहीं छोड़ रही हैं और उसकी बेटी को परेशान करने आ चुकी हैं। आगे की कहानी को देखने के लिए आपको ये फिल्म देखनी होगी, उसकी बेटी और रानी को गांव का मुखिया उठाकर ले गया है और एक बार फिर साक्षी को वहां जाकर अपनी बेटी के लिए दरिंदों से जंग लड़नी है।
कमाल है सोहा अली का किरदार
फिल्म में सोहा अली खान को दासी मां के किरदार में दिखाया गया है जिसके पास शैतानी शक्तियां हैं और वो गलत कामों के लिए इसे इस्तेमाल करती हैं। सोहा का किरदार काफी खौफनाक है और उनकी एक्टिंग काफी कमाल की है। नुसरत की एक्टिंग की बात करें तो उन्होंने एक मां के इमोशन, प्यार और दर्द को स्क्रीन पर बखूबी उतारा है।
क्यों देखें ये फिल्म?
अगर आप हॉरर फिल्म के शौकीन हैं तो ये आपके लिए बेस्ट है। इस फिल्म में केवल डरावनी चीजें या भूतों का खौफ नहीं दिखाया गया है, बल्कि रूढ़िवादी सोच का समाज पर क्या असर पड़ सकता है उसके बारे में भी बताया गया है। कुल मिलाकर ये फिल्म समाज के उस तबके को दर्शाती है जो बेटे के लालच में आज भी बेटी की बलि दे रहा है और महिलाओं के साथ अत्याचार कर रहा है। फिल्म का एक भी सीन ऐसा नहीं है जिससे आप बोर हो जाएं, शुरू से अंत तक फिल्म की दिलचस्प कहानी आपको स्क्रीन से बांध कर रखेगी। फिल्म का डायरेक्शन, सिनेमेटोग्राफी, स्टोरी लाइन और स्क्रीनप्ले की बात करें तो सबकुछ जबरदस्त है।
फिल्म का डायरेक्शन विशाल फुरिया ने किया है और इसका निर्माण भूषण कुमार , कृष्ण कुमार , विक्रम मल्होत्रा और जैक डेविस ने किया है। फिल्म में नुसरत भरूचा, सोहा अली खान और गशमीर महाजन के अलावा सौरभ गोयल और कुलदीप सरीन हैं। नुसरत की बेटी का किरदार हार्दिका शर्मा ने निभाया है।