कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद अब चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का नया मुख्यमंत्री घोषित किया गया है। चरणजीत सिंह चन्नी के रूप में पंजाब को पहले दलित मुख्यमंत्री मिले हैं। इससे पहले हरीश रावत ने ट्वीट कर बताया था कि चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है। पंजाब के नए मुख्यमंत्री घोषित किये जाने पर चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस नेता अलका लांबा ने भी ट्वीट कर बधाइयां दीं। उनका यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां भी बटोर रहा है।

अलका लांबा ने चरणजीत सिंह चन्नी की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “दलितों को मिला यह सम्मान याद रखेगा हिंदुस्तान।” अलका लांबा के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर भी खूब कमेंट कर रहे हैं। कृष्णा भारती नाम के यूजर ने कांग्रेस नेता का जवाब देते हुए लिखा, “दलित को सच्चा आत्मसम्मान उस दिन मिलेगा, जब वह संघर्ष से सत्ता हासिल करेगा। सिर्फ कांग्रेस ही है जो आज तक दलित संविधान में सुरक्षित है।”

कृष्णा भारती ने अलका लांबा के ट्वीट के जवाब में आगे लिखा, “इसी बात का आक्रोश एक खास वर्ग को है, जो कांग्रेस के खिलाफ नफरत फैलाने में कामयाब हो गए हैं।”

विजय श्रीवास्तव नाम के यूजर ने अलका लांबा के ट्वीट पर तंज कसते हुए लिखा, “दलित, हिंदू, पंजाबी आदि क्या होता है। काबिल सीएम बनेगा, फिर वो किसी भी कास्ट का क्यों न हो। कास्ट से आगे नहीं हुआ तो वह वहीं रह जाएगा, जहां वह खड़ा है।”

अलका लांबा के अलावा कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने भी चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम बनने पर ट्वीट किया लिखा कि पहले दलित मुख्यमंत्री बनने के लिए उनको ढेर सारी बधाइयां। उनके इस ट्वीट पर फिल्म निर्माता ओनिर ने भी जबरदस्त अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने लिखा, “वाह, ये चीज हमारे राष्ट्र के बारे में कुछ कहती है, 74 साल। यह जश्न मनाने की बात है। बधाई हो।”

बता दें कि चरणजीत सिंह चन्नी को कैप्टन अमरिंदर सिंह का धुर विरोधी नेता भी माना जाता था। चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने से पहले सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम इस दौड़ में आगे चल रहा था, हालांकि उनके सीएम बनने के बाद सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि वह उनके छोटे भाई जैसे हैं।