जब भी सिनेमा जगत के प्रतिभाशाली एक्टर्स की बात होती है तो उसमें एक नाम बोमन ईरानी का भी लिया जाता है। वो इंडस्ट्री के मंझे हुए कलाकारों में से एक हैं। वो जब भी स्क्रीन पर आते हैं तो अलग ही छाप छोड़ देते हैं फिर चाहे वो नेगेटिव भूमिका हो या फिर कोई कॉमिक रोल। बोमन अपने हर किरदार को जीवंत कर देते हैं। फिर चाहे वो ‘मुन्नाभाई MBBS’ का डॉक्टर अस्थाना का रोल रहा हो या फिर ‘3 इडियट्स’ का वीरू सहस्त्रबुद्धे यानी वायरस हो। इन किरदारों में उन्होंने बड़े पर्दे और दर्शकों के दिल पर अमिट छाप छोड़ी है। बोमन ईरानी आज भले ही एक सफल अभिनेता के तौर पर जाने जाते हैं लेकिन, क्या आपको पता है कि फिल्मों में आने से पहले उन्होंने कड़ा संघर्ष किया है। एक्टर ने बेकरी से लेकर वेटर तक का काम किया है। समय ऐसा भी आया जब उन्हें चिप्स भी बेचने पड़े थे। ऐसे में चलिए आपको उनकी लाइफ के बारे में बताते हैं।

दरअसल, बोमन ईरानी आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। वो 65 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 2 दिसंबर, 1959 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने अपनी पहली फिल्म 44 साल की उम्र में की थी और एक्टर ने इस बात से ये साबित कर दिया था कि सफलता की कोई भी उम्र हो सकती है। बोमन ने अपने करियर में 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और स्क्रीन पर अलग ही छाप छोड़ी है। उनके करियर के दो किरदार ‘मुन्नाभाई MBBS’ के डॉक्टर अस्थाना और ‘3 इडियट्स’ के वीरू सहस्त्रबुद्धे यानी वायरस काफी लाइमलाइट में रहे हैं। बोमन ईरानी आज भले ही एक सफल अभिनेता हैं लेकिन, इसका श्रेय उनकी एक्टिंग स्किल को तो माना ही जाता है साथ एक क्रेडिट प्रोड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा को भी जाता है। चलिए बताते हैं कैसे…

बोमन ईरानी फिल्मों में आने से पहले फोटोग्राफी और थिएटर करते थे। वो हफ्ते में 5 दिन फोटोग्राफी करते थे और दो दिन यानी कि शनिवार-रविवार को थिएटर करते थे। उनकी एक्टिंग काफी दिलचस्पी थी। 35 साल की उम्र में एक्टर ने एक इंग्लिश प्ले किया था, जिससे उन्हें काफी पॉपुलैरिटी हासिल हुई थी। उनका प्ले देखने के लिए डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स आते थे। उन्हें फिल्में भी ऑफर होती थीं। शुरुआती दौर में तो उन्होंने फिल्मों को ठुकरा भी दिया था क्योंकि वो अपना फोटोग्राफी वाला करियर छोड़ना नहीं चाहते थे।

12 साल तक चलाई बेकरी

बोमन ईरानी भले ही फोटोग्राफी करते थे लेकिन, इससे पहले भी वो अपने करियर में कई काम कर चुके हैं। शुरुआती समय में एक्टर बेकरी चलाया करते थे। उनकी बेकरी में आलू के चिप्स बनते थे, जिसे वो पैक करके दुकान पर बेचा करते थे। यहां उन्होंने करीब 12 साल तक काम किया। दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट की मानें तो बोमन ईरानी बेकरी से ज्यादा पैसे नहीं कमाते थे लेकिन, घर का खर्च जरूर निकाल लेते थे। उन्हें बेकरी चलाने का शौक नहीं था। इसे उनकी मां चलाती थीं। उनके बीमार होने के बाद एक्टर ने परिवार के लिए इसका जिम्मा उठा लिया था। तब उन्हें मजबूरी में बेकरी संभालनी पड़ी थी।

इतना ही नहीं बोमन ईरानी को होटल में वेटर का भी करना पड़ा था। दैनिक भास्कर की खबर की मानें तो बेकरी से पहले बोमन मुंबई के ताज होटल में वेटर का काम किया करते थे। 1979 से 1980 के बीच उन्होंने रूम सर्विस, वेटर और बार टेंडर का काम किया। वहीं, उनके पेरेंट्स चाहते थे कि एक्टर लॉयर या डॉक्टर बने। हालांकि, ये पॉसिबल ना हो सका।

विधु विनोद चोपड़ा की वजह से पलटी किस्मत

बोमन ईरानी ने अपनी जिंदगी में काफी संघर्ष किया। इन संघर्षों के बाद बोमन ईरानी के करियर में भी वो समय आया जब किस्मत ने उनका दरवाजा खटखटाया। वैसे तो किस्मत बार बार ही दरवाजा खटखटा रही थी लेकिन, वो काम करने से मना कर दे रहे थे। आखिरकार वो समय भी आ गया है जब एक्टर ने फिल्मों में आने के लिए हां कर दिया था। ये सब विधु विनोद चोपड़ा की वजह से हो पाया। वो 42 साल के रहे होंगे जब उन्हें शॉर्ट फिल्म में काम करने का मौका मिला। अब इस शॉर्ट फिल्म को विधु विनोद चोपड़ा ने देख लिया और उन्होंने उन्हें दो लाख का चेक थमा दिया था। इस चेक को देने के बाद प्रोड्यूसर ने कहा था कि वो अगले साल एक फिल्म करेंगे। इसके बाद क्या था मेकर ने बोमन को ‘मुन्नाभाई MBBS’ के लिए बुलाया था। इस मूवी से वो रातों रात सेंसेशन बन गए थे। इसके बाद एक्टर ने कभी भी पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा।

आपने बोमन ईरानी से जुड़ी ये खबर तो पढ़ ली। इसके साथ ही आप उनसे जुड़ी एक और खबर पढ़ सकते हैं कि बोमन ने फराह खान के साथ ‘केबीसी 16’ में शिरकत की थी, जिसमें उन्होंने अमिताभ बच्चन के घर ‘जलसा’ में शूटिंग करने की इच्छा जाहिर की थी। पढ़िए पूरी खबर।