पीएम मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया था और देशवासियों से वहां जाने की अपील भी की थी। जिसके बाद मालदीप और लक्षद्वीप को लेकर दो देशों के बीच बहस छिड़ गई है। हर तरफ इसी मुद्दे पर चर्चा हो रही है। लोग इस पर जमकर बयानबाजी कर रहे हैं। वहीं बॉलीवुड सेलेब्स भी इस विवाद में कूद चुके हैं।

इस मामले पर सलमान खान, अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन सहित कई स्टार्स अपना रिएक्शन दे चुके हैं। वहीं अब कंगना रनौत ने भी लक्षद्वीप मामले पर आपना रिएक्शन दिया है। इसके अलावा उन्होंने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा का मजाक उड़ाने वाले नेताओं को भी लताड़ लगाई है। कंगना रनौत ने हाल एक ट्वीट किया है, जिसको लेकर इस वक्त हर तरफ चर्चा हो रही है।

कंगना रनौत ने कही यह बात

दरअसल मालदीव की मौजूदा सरकार में सांसद जाहिद रमीज ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि ‘यह काफी निराशाजनक है कि भारत जैसा बड़ा देश श्रीलंका जैसे छोटे देश की कॉपी करके पैसा कमाने की कोशिश कर रहा है। इसी के साथ उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि पहल बहुत बढ़िया है, हालांकि हमसे होड़ करना एक भ्रामक सोच है। वे हमारे जैसी सुविधा कैसे दे पाएंगे? वे इतने साफ-सुथरे कैसे होंगे? कमरों में स्थायी गंद से सबसे ज्यादा नुकसान होगा।’

इस पर कंगना रनौत ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘यह कौन सी गंध है? क्या है ये स्थायी गंध? क्या आप मुस्लिम फोबिया से पीड़ित हैं, जबकि आप एक ही समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। कंगना ने आगे लिखा कि लक्षद्वीप में 8 फीसदी मुस्लिम जनसंख्या है। मालदीव का यह जाना-माना चेहरा उन्हें बदबूदार और नीचा कहता है। वे नस्लवादी और अज्ञानी है। मिस्टर जाहिद, लक्षद्वीप की कुल जनसंख्या 60 हजार है, जिसका मतलब है कि वे अनछुए हैं और उनकी प्राकृतिक संपदा को पूरी तरह जाना-समझा नहीं गया है। ज्यादातर लोगों के लिए पर्यटन सिर्फ लग्जरी लाइफस्टाइल के बजाय प्रकृति को जानने और अनछुए द्वीपों का आनंद उठाने का एक जरिया है। आपको घटिया सोच और नस्लवादी होने पर शर्म आनी चाहिए।’

लक्षद्वीप को लेकर रखी अपनी बात

वहीं एक्ट्रेस ने हाल ही में ‘ईटाइम्स’ के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि ‘हमारे पीएम लक्षद्वीप में टूरिज्म को बढ़ावा दे रहे हैं। उनके ऐसा करने का एजेंडा एक आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है। यह बस इतना ही है। साथ ही, किसी और पर कोई कमेंट किए बिना, मुझे लगता है कि यह सिर्फ एक धारणा है कि इससे मालदीव के टूरिज्म में कमी आएगी। अगर लोग कश्मीर जाते हैं तो इसका मतलब ये नहीं है कि मनाली का टूरिज्म कम हो जाएगा। प्रधानमंत्री सिर्फ लक्षद्वीप को बढ़ावा दे रहे हैं और भारत में पर्यटन बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, इससे लोगों को मालदीव को गंदा और बदबूदार कहने का लाइसेंस नहीं मिल जाता है।’