बड़े मियां छोटे मियां और मैदान की विफलता के बाद, बाक्स आफिस पर सब कुछ सामान्य प्रतीत नहीं हो रहा है। इससे फिल्म उद्योग संकट की स्थिति में है। बालीवुड के बाक्स आफिस पर हाल ही में आई गिरावट ने उद्योग के लोगों और प्रशंसकों को परेशान कर दिया है। अक्षय कुमार की बड़े मियां छोटे मियां और अजय देवगन की मैदान जैसी बड़ी बजट की फिल्मों की विफलता के बाद, सिनेमाघरों को लगातार झटका लग रहा है, क्योंकि कोई बड़ी फिल्म रिलीज नहीं हो रही है और अच्छी फिल्मों की कमी के कारण शो कम किए जा रहे हैं। इसके अलावा आइपीएल, लोकसभा चुनाव और अगले महीने टी20 विश्वकप ने भी बालीवुड का संकट गहरा कर दिया है।
वास्तव में, अच्छी विषय-वस्तु के अभाव और दर्शकों की कमी के कारण मल्टीप्लेक्स और एकल पर्दे वाले छविगृहों ने स्क्रीनिंग की संख्या कम कर दी है, या पूरी क्षमता के बजाय सीमित स्क्रीन पर थिएटर चलाए जा रहे हैं। फिल्म व्यापार -विपणन से जुड़े लोगों का कहना है कि फिल्मों के शो इसलिए रद्द किए जा रहे हैं क्योंकि धंधा बहुत धीमा है।
कई शो रद्द कर दिए गए हैं क्योंकि सिनेमाघरों में दिखाने के लिए फिल्में नहीं है। वे क्या दिखाएंगे? उन्होंने खर्च में कटौती करने के लिए शो और स्क्रीन की संख्या कम करने का फैसला किया है। फिलहाल, वे सीमित सामग्री के कारण सीमित शो और स्क्रीन पर चल रहे हैं। मल्टीप्लेक्स में फिल्में दिखाने वाली दिग्गज कंपनियों का बड़ा नुकसान हुआ है।
बाक्स आफिस पर इस साल अब तक 11 फीचर फिल्में आईं। भारत में इन्होंने लगभग 700 करोड़ की कमाई की – जो कि 2023 की पहली तिमाही से लगभग 12 फीसद की गिरावट है। दर्शकों को थिएटरों की ओर आकर्षित करने वाली फिल्मों में फाइटर, तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया, आर्टिकल 370, शैतान , मडगांव एक्सप्रेस और क्रू शामिल हैं।
व्यापार विशेषज्ञों और फिल्म निर्माताओं का कहना है कि पहले चार महीनों का कारोबार पिछले कुछ सालों से कम है। 2018 में बाक्स आफिस का कारोबार 1275 करोड़, 2019 में 1685 करोड़, 2022 में 1290 करोड़, 2023 में 1175 करोड़ रहा जबकि 2024 में अब तक 1085 करोड़ रुपए है। इसमें वे वर्ष शामिल नहीं हैं, जब महामारी के कारण बाक्स आफिस व्यवसाय को मंदी का सामना करना पड़ा था।
2020 में 790 करोड़ रुपए और 2021 में 55 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था। हाल में रुसलान, मैं लड़ूंगा, द साबरमती रिपोर्ट और श्रीकांत जैसी फिल्में भी रिलीज हुईं। कल्कि को मई में रिलीज होना था, लेकिन इसे टाल दिया गया। लेकिन इस बार बालीवुड की बड़ी मनोरंजक फिल्में गायब रहीं ।
जानकार कहते हैं, यह चिंताजनक स्थिति है। फिल्में बाक्स आफिस पर लड़खड़ा रही हैं। अभी तक का कारोबार अच्छा नहीं रहा है। इसकी वजह प्रासंगिक सामग्री की कमी है। फिलहाल, जो फिल्में प्रदर्शित हो रही हैं वे विशिष्ट दर्शकों के लिए हैं और देश के कुछ हिस्सों में काम कर रही हैं। इस समय एक बड़ी टिकट वाली फिल्म गायब है।
बालीवुड निर्माताओं ने चुनावों के साथ सीधे टकराव से बचने के लिए अपनी फिल्मों को जारी करने के लिए साल के उत्तरार्द्ध का विकल्प चुना है। अभी जो फिल्में प्रदर्शित हुई हैं वे दर्शकों को आकर्षित नहीं कर पा रही हैं। निर्माताओं का कहना है कि चुनाव और आइपीएल के कारण फिल्में प्रदर्शित नहीं की जा रही हैं। सभी का ध्यान इन दो बड़े आयोजनों पर है।
अब, जानकार उत्सुकता से सुधार के संकेतों पर नजर रख रहे हैं। आगामी रिलीज पर टिकी आशाओं के साथ, जून बालीवुड में सुधार के लिए एक महत्त्वपूर्ण महीना हो सकता है, हालांकि अमेरिका-वेस्ट इंडीज में टी20 विश्वकप चल रहा होगा। व्यापार विशेषज्ञ कहते हैं, यह तूफान से पहले की शांति है। बालीवुड मंदी के दौर से गुजर रहा है और प्रदर्शन की कमी ने सभी को चिंतित कर दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि हम सभी आने वाले महीनों में व्यवसाय में तेजी आने की उम्मीद कर रहे हैं, जिसकी शुरुआत मिस्टर एंड मिसेज माही की रिलीज से होगी। मई के आखिरी हफ्ते से गति बढ़ने की उम्मीद है।