बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित (Ashoke Pandit) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। अशोक बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। इस बार अशोक पंडित ने कांग्रेस नेता संजय झा (Sanjay Jha) का ट्वीट शेयर करते हुए उन पर निशाना साधा है। संजय झा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘जब मैंने पार्टी ज्वाइन की थी तब ये गर्लफ्रेंड की तरह थी लेकिन अब वह सास की तरह हो गई है।’
संजय झा के इस ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए अशोक पंडित ने लिखा, ‘जब आप कांग्रेस में शामिल हुए तो आप एक चमचे और गुलाम थे। अब आप किसी दरवाजे के खुलने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं होगा।’ संजय झा के इस ट्वीट पर यूजर्स भी जमकर रिएक्ट कर रहे हैं। एक यूजर ने राहुल गांधी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘जिस व्यक्ति को कुंभकर्ण और कुंभाराम में अंतर नहीं पता। चम्मचो को उसमें “पलधानमंत्री” दिखाई देता है,अजीब बात है।’ एक दूसरे यूजर ने लिखा, ‘बीजेपी वालों से अनुरोध है कि संजय झा को बीजेपी में ना लें, उन्होंने हिन्दुओं को बहुत गालियां दी हैं।’
When you joined Congress you were a chamcha & a slave. Now you are
waiting for some door to open but unfortunately that will not happen. https://t.co/qrqXQBxiS8
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) July 17, 2020
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस विरोधी पार्टी गतिविधियों के लिए संजय झा पार्टी से निलंबित कर दिए गए थे। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट ने एक बयान में कहा था कि झा को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासन के उल्लंघन के कारण पार्टी से निलंबित किया गया है। संजय झा ने इसका जवाब देते हुए कहा कि वह पार्टी की विचारधारा के प्रति वफादार हैं, लेकिन उनकी ‘वफादारी किसी व्यक्ति या परिवार के प्रति नहीं है।’
कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट का समर्थन करते हुए संजय झा ने कहा कि वह गांधीवाद-नेहरूवाद विचारधारा में यकीन रखने वाले व्यक्ति हैं और यह विचारधारा अब कांग्रेस से लुप्त हो रही है। पार्टी के पुनरुत्थान के लिए आवश्यक मामलों को उठाना जारी रखेंगे और यह लड़ाई अभी शुरू ही हुई है।
उद्योगपति से नेता बने संजय झा ने अपने निलंबन को लेकर मंगलवार को प्रश्न किया था कि उन्होंने कौन सी पार्टी विरोधी गतिविधियां की हैं, जिनके कारण कांग्रेस ने उनके खिलाफ यह कदम उठाया? बता दें कि संजय झा ने सचिन पायलट का समर्थन करते हुए एक ट्वीट किया था जिसके चलते वो अपने ही पार्टी के लोगों के निशाने पर आ गए थे।