छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ कथित तौर पर विवादित बयान देने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने पायल रोहतगी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि एक्ट्रेस ने शिवाजी महाराज के खिलाफ विवादित बयान दिया। बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं जब पायल रोहतगी ने विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी वो अपने बयानों के जरिए सुर्खियों में रह चुकी हैं।
एक जून को उन्होंने ट्वीट कर कहा कि शिवाजी महाराज शूद्र वर्ण के किसान परिवार में पैदा हुए। यज्ञोपवित समारोह और अपने जीवनसाथी से पुनर्विवाह के द्वारा उन्हें क्षत्रिय बना दिया ताकि उनका राज्यभिषेक किया जा सके। इसलिए लोग एक वर्ण से दूसरे वर्ण में अपनी योग्यता के बल पर जा सकते हैं। कोई जातिवाद नहीं?
उनके इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया में खूब हंगामा हुआ जिसके चलते उन्हें माफी मांगनी पड़ी। सोमवार (3 जून, 2019) को उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘किसान परिवार से होना और शूद्र वर्ण से होना कोई अपराध नहीं है। कुछ लोग कहते हैं कि शिवाजी महाराज क्षत्रिय वर्ण के थे जो ठीक भी है। मगर हिंदू भारतीयों को अपने राजा के बारे में वास्तविक तथ्यों को जानना चाहिए। महाराष्ट्र में मराठों को आरक्षण कोटा क्यों दिया गया?’
एक्ट्रेस के इन्हीं ट्वीट से गुस्साई एनसीपी ने पुलिस में शिकायत दे उनके खिलाफ एक्शन की मांग की है। पुलिस को दिए शिकायती पत्र में एनसीपी ने कहा, ‘पायल रोहतगी का ट्वीट समाज में तनाव पैदा करने वाला था।’ पार्टी ने मुंबई पुलिस से अपील करते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ लोगों की भावनाओं को देखते हुए मुंबई पुलिस एक्ट्रेस के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
बीते महीना भी पायल रोहतगी ने विवादित ट्वीट करते हुए समाज सुधारक राजा राम मोहन राय को ‘अंग्रेजों का चमचा’ बताकर विवाद खड़ा कर दिया था। तब उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘नहीं वो अंग्रेजों के चमचे थे जिन्होंने सती प्रथा को बदनाम करने के लिए उनका इस्तेमाल किया। सती प्रथा अनिवार्य नहीं थी, लेकिन मुगल हमलावरों के हाथों हिंदू पत्नियों के वेश्यावृति को रोकने के लिए इस प्रथा को शुरू किया गया था। यह महिला की अपनी पसंद थी।