रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी और टेलीविजन रेटिंग एजेंसी BARC के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बीच हुई कथित वॉट्सएप चैट्स लीक होने के बाद अर्नब गोस्वामी की खूब आलोचना हो रही है। उनके चैट्स में टीआरपी और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां सामने आई है जिसके बाद से विपक्ष भी उन पर हमलावर हो गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनकी आलोचना की और कहा कि मैं अर्नब गोस्वामी की भक्ति पर सवाल उठाता हूं।

कांग्रेस ने इस मामले पर मुंबई में प्रदर्शन भी किया जहां अर्नब गोस्वामी को बीजेपी का दलाल कहा गया। बॉलीवुड अभिनेता कमाल रशीद खान (KRK) ने भी इस मुद्दे पर अपनी टिप्पणी की है और कहा कि अर्नब गोस्वामी गद्दार हैं। उन्होंने ट्विटर पर किए गए अपने ट्वीट में लिखा, ‘किसी भी कारण से अगर कोई अर्नब गोस्वामी जैसे गद्दार का समर्थन करता है, तो वो मेरे लिए एक नकली देशभक्त है।’ इसके साथ ही उन्होंने #ArnabGate का हैशटैग दिया है।

अर्नब गोस्वामी के कथित लीक वॉट्सएप चैट्स के जरिए यह दावा किया जा रहा है कि अर्नब गोस्वामी को बालाकोट एयर स्ट्राइक और जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने की जानकारी पहले से थी। पुलवामा हमले में जब देश के 40 जवान शहीद हुए थे तब उनका चैनल आगे चल रहा और उन्होंने इसकी खुशी मनाई थी। लोग इस बात पर सवाल कर रहे हैं कि अर्नब जवानों की शहादत पर खुशी कैसे मना सकते हैं। अर्नब गोस्वामी ने अपने कथित वॉट्सएप की लीक चैट्स में यह भी कहा है कि सभी मंत्री हमारे साथ हैं।

 

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अर्नब गोस्वामी के लीक चैट्स के बारे में बोलते हुए कहा है कि सेना के बारे में इस तरह को बातों को जस्टिफाई नहीं किया जा सकता। सेना के बारे में भारत में किसी को भी ऐसी बात नहीं करनी चाहिए।

महाराष्ट्र सरकार भी इस मामले पर सख्त रवैया अपना रही है। प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार इस मामले में कानूनी राय ले रही है कि अर्नब के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत कोई कारवाई की जा सकती है या नहीं। उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर भी सवाल खड़े किए कि अर्नब गोस्वामी को बालाकोट एयरस्ट्राइक की संवेदनशील जानकारी कैसे मिली थी।