बॉलीवुड एक्टर अली फजल ने ट्वीट कर PM मोदी से दिल्ली में हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार की गईं जामिया की छात्रा सफूरा को रिहा करने की गुजारिश की है। अली ने ट्वीट में PM मोदी को टैग कर लिखा, ‘ सर नरेन्द्र मोदी जेल में एक गर्भवती महिला बंद है, जिसका नाम सफूरा जरगर है। उसके अंदर एक जिंदगी पल रही है। मैं आपसे गुजारिश करता हूं कि इस मुसीबत की घड़ी में उसके हालात को समझें। आपके फैसले से इस देश की महिलाएं सुरक्षित महसूस करेंगी।’
Sir, @narendramodi there is a pregnant woman lying in jail {name- Safoora Zargar}.She carries life inside her. I urge you to reconsider her living conditions during this crises. Maybe placed in isolation?The mothers of the country will feel safe with your decision #JaiHind
— Ali Fazal M / میر علی فضل / अली (@alifazal9) June 5, 2020
अली फजल का ये ट्वीट कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यूजर्स जमकर इस ट्वीट पर रिएक्ट कर रहे हैं। एक यूजर ने अली को ट्रोल करते हुए लिखा, ‘शुक्र है आदमी बच्चा पैदा नहीं कर सकता नहीं तो सेना द्वारा हर आतंकवादी को ठोकने के बाद ये लोग उन्हें रिहा कराने का कोई नया एजेंडा सेट कर लेते।’ एक दूसरे यूजर ने लिखा, ‘जब वह दंगा कर रही थी, तब तो तुम्हें मजा आ रहा था। अब मजा कहां गया। जेल में भारत की हजारों महिलाएं हैं। सफूरा जरगर सिर्फ मुसलमान हैं इसलिए छोड दिया जाये।’
जब वह दंगा कर रही थी, तब तो तू कह रहा था मजा आ रहा है,,
अब मजा कहां घुस गया,, जेल में भारत की हजारों महिलाएं हैं,,सफूरा जरगर सिर्फ मुसलमान हैं इसलिए छोड दिया जाये….
थू है तेरी सोंच पर जो सिर्फ सफूरा जरगर की रिहाई चाहता है और महिलाओं का नहीं
— Sudhir mishra (@Sudhir_mishr) June 5, 2020
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘ गर्भावस्था किसी भी कानूनी उन्मुक्ति की अनुमति नहीं देता है। सफूरा जरगर एक अपराधी है, जो #DelhiRiots में अपनी भागीदारी के तहत गंभीर आरोपों का सामना कर रही है। जिसके कारण सामूहिक हत्याएं और खून-खराबा हुआ। इसके अलावा भारतीय जेल मातृ देखभाल के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करते हैं।’
बता दें कि जामिया की छात्रा सफूरा पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ भीड़ को जुटाने और हिंसा कराने का आरोप है। आरोप है कि सफूरा ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के लिए जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे महिलाओं को जुटाया था जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने सफूरा जरगर पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी यूएपीए (UAPA) के तहत कार्रवाई करते हुए लगभग 2 महीने पहले गिरफ्तार किया था।