भोजपुरी सिनेमा के मशहूर एक्टर मनोज तिवारी ने अपनी एक्टिंग और अंदाज से जबरदस्त पहचान बनाई। उन्होंने भोजपुरी इंडस्ट्री में फिल्म ‘ससुरा बड़ा पैसावाला’ के जरिए कदम रखा था, जिसने उन्हें सुपरस्टार बनाने में भी खूब मदद की थी। मनोज तिवारी से जुड़ा हाल ही में एक वीडियो खूब सुर्खियां बटोर रहा है, जिसमें न्यूज ऐंकर अंजना ओम कश्यप उनसे भोजपुरी इंडस्ट्री को लेकर सवाल करती हुई नजर आ रही हैं। न्यूज ऐंकर ने एक्टर से सवाल किया कि भारत की कई फिल्म इंडस्ट्री ऊचाइयों को छू रही हैं, लेकिन भोजपुरी फिल्में फूहड़पन का शिकार क्यों हो गई हैं? उनके इस सवाल को लेकर मनोज तिवारी ने भी जबरदस्त जवाब दिया।

मनोज तिवारी से अंजना ओम कश्यप ने पूछा, “दक्षिण भारत में फिल्म इंडस्ट्री है, बंगाल में है। सबने ही काफी तरक्की हासिल की है। लेकिन हमने देखा है कि भोजपुरी फिल्में अजीब से फूहड़पन का शिकार हो गईं। उसका जिम्मेदार कौन है और यह कैसे बदलेगा?”

अंजना ओम कश्यप के इस सवाल को लेकर मनोज तिवारी ने कहा, “वो ऐसे बदलेगा कि कोई ऐसा व्यक्ति आएगा जो अच्छी फिल्में बनाएगा। अकसर छोटी लकीर से ही बड़ी लकीर खींची जाती है। ऐसा नहीं है कि भोजपुरी सिनेमा में अच्छी फिल्में नहीं बनीं, बहुत बनी हैं। लेकिन लोग चर्चा उसी चीज की करते हैं जिसमें थोड़ा गड़बड़ी होती है।”

मनोज तिवारी यही नहीं रुके। उन्होंने अपने जवाब में आगे कहा, “मैं ऐसा नहीं मानता हूं कि भोजपुरी में केवल खराब फिल्में ही बनती हैं। कई अच्छी फिल्में भी बनती हैं वहां। फिल्मों के अलावा भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी कई गाने भी बने हैं, जो लोगों का दिल जीतने के लिए काफी हैं।”

भोजपुरी फिल्मों को लेकर एक्टर संजय पांडे से भी बातचीत की गई थी, जिसमें उनसे पूछा गया कि कई बार इस इंडस्ट्री की फिल्मों के पोस्टर देखने लायक नहीं होते हैं। इस दिशा में क्या काम हो रहा है? इसके जवाब में संजय पांडे ने कहा कि इस इंडस्ट्री में रिस्क लोग बहुत कम लोग लेते हैं। एक व्यक्ति जो करता है, लोग उसके पीछे-पीछे चलना शुरू कर देते हैं।

वहीं, धनंजय पांडे ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “जब से भोजपुरी सिनेमा में एल्बम का दौर आया है और जो दिल्ली वाली कंपनियां इसमें लगी हैं। उन्होंने भोजपुरी सिनेमा की स्थिति को बिगाड़ने में अहम भूमिका निभाई है। अगर भोजपुरी सिनेमा में अश्लीलता आई भी है तो वह केवल इसी वजह से है।”